क्या है फॉर्मूला-ई?
फॉर्मूला-ई की खास बात है कि इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सारे कारें इलेक्ट्रिक होंगी. नारायण कार्तिकेयन के बाद चंडोक ही एक ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने फॉर्मूला-वन में पार्टिसिपेट करने का रिकॉर्ड बनाया है. चंडोक 30 साल के हैं और चेन्नै के रहने वाले हैं.  चंडोक इस रेस में अपने पार्टनर ब्राजील के ब्रूनो सेन्ना के साथ महिंद्रा रेसिंग फॉर्मूला-ई टीम की कार चलाते नजर आएंगे. यह चैम्पियनशिप 10 दौर में पूरी होगी. इसके तहत सेशन के नौ महीनों के रेस यूरोप और अमेरिका में होंगे. फाइनल रेस लंदन में अगले साल 27 जून को आयोजित किया जाएगा. इस चैम्पियनशिप में हिस्सा ले रहे कारों में बेहद नवीन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. फॉर्मूला-ई रेसिंग के डायरेक्टर चेतन मैनी ने कहा कि फॉर्मूला-ई सीरीज ने अभी से ही दुनिया भर में लोगों के बीच क्यूरिऑसिटी बढ़ा दिया है.

फॉर्मूला-ई के सामने है चैलेंज: चंडोक

करुण चंडोक का मानना है कि फॉर्मूला-ई के लिए सबसे बड़ा चैलेंज नए फैंस को अट्रैक्ट करना है.  उन्होंने कहा कि अगर यह रेसिंग सीरीज ग्लोबल लेवल पर बैट्री से चलने वाली कारों को बढ़ावा देने में सफल रहती है तो फार्मूला-ई का मकसद पूरा हो जाएगा. चंडोक का मानना है कि फॉर्मूला-ई के लिए सिर्फ पुराने फैंस से काम नहीं चलेगा. हमें जरूरत है कि नई लोग भी इससे जुड़ें. इस रेस का स्टार स्पोर्ट्स 4 और स्टार स्पोर्ट्स एचडी पर रविवार दोपहर 12 बजे से लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा.

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