- आज बनेंगे देवाधिदेव महादेव दूल्हा, निकलेगी बाबा की भव्य बारात, देर शाम से ही पंचक्रोशी करने वालों की भीड़ दिखने लगी शहर में

- रात 11 बजे के बाद लग गई बाबा विश्वनाथ के दर्शन को कतार, अन्य शिवालयों में भी तैयारियां पूरी

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देवाधिदेव महादेव भगवान शिव की शादी के लिए उनकी प्रिय नगरी काशी तैयार है। शुक्रवार को महाशिवरात्रि के मौके पर होने वाली लाखों की भीड़ के लिए पुलिस और प्रशासन ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर फोर्स तो रहेगी ही साथ में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर पहली बार मोर्चे भी बनाये गए हैं। इन मोर्चो पर सशस्त्र पुलिस के जवानों की तैनाती रहेगी। वहीं आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मंदिर और आस पास के इलाकों में बहुत ही तगड़े इंतजाम किए हैं। चूंकि बाबा विश्वनाथ के मंदिर में बहुत सी चीजें ले जाना प्रतिबंधित है। इसलिए अमानती घर से लेकर लॉकर की अच्छी व्यवस्था की गई है। वहीं काशी के इस महापर्व के लिए बाबा दरबार में गुरुवार रात से ही भक्तों की लाइन लग चुकी है। ताकि भोर में मंदिर खुलने के साथ ही बाबा का दर्शन आसानी से मिल जाये।

ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी

एसपी ज्ञानवापी शशिकांत तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन ही जुमे की नमाज भी है। इसको लेकर ज्ञानवापी परिक्षेत्र के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। बिना तलाशी के किसी को भी एंट्री नहीं मिलेगी। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। श्रद्धालु शिव भक्तों को गोदौलिया, गिरजाघर व नीचीबाग से की गई बैरिकेडिंग में ही लाइन लगानी पड़ेगी। लाइन में लगकर ही भक्त ज्ञानवापी क्रासिंग से छत्ताद्वार पहुंचेंगे और यहां पर तैनात सुरक्षाकर्मी तलाशी लेकर सभी को अंदर जाने देंगे। एसपी ज्ञानवापी के मुताबिक चुनाव के कारण फोर्स की कमी भले हो पर दर्शनार्थियों की सहूलियत के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।

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न हो परेशानी इसलिए प्रशासन ने की है पूरी तैयारी

- हर बार बढ़ रही भक्तों की भीड़ को देखते हुए लगेगी दो कतारें, ज्ञानवापी छत्ताद्वार से होगी एंट्री जबकि सरस्वती फाटक गेट से निकाला जायेगा बाहर

- वृद्ध और दिव्यांगों के लिए गेट नंबर एक से होगा प्रवेश, गोदौलिया पर बनाया गया है अमानती घर

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बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए इस बार प्रशासन ने दर्शनार्थियों की दो कतारें लगवाने की तैयारी की है। पहली कतार चौक की तरफ से होगी। जबकि दूसरी दशाश्वमेध- डेढ़सीपुल-गोदौलिया से लगेगी। दोनों लाइन छत्ताद्वार क्रासिंग गेट नंबर चार पर पहुंचेंगी। वहां से श्रृंगार गौरी होते हुए मंदिर में श्रद्धालु प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद आम श्रद्धालुओं को गेट नंबर दो सरस्वती फाटक से बाहर निकाला जाएगा।

दिव्यांग व वृद्ध नहीं होंगे परेशान

दिव्यांग व वृद्धों को परेशानी से बचाने के लिए इनको दर्शन कराने की अलग व्यवस्था की गई है। इनको गेट नंबर एक ढुंढिराज प्वाइंट से प्रवेश दिया जाएगा। ये लोग दर्शन करने के बाद इसी रास्ते से वापस भी बाहर आयेंगे। वहीं पब्लिक को बार बार वीआईपीज के चलते परेशान न होना पड़े इसके लिए वीआईपी दर्शन के लिए शाम पांच बजे से सात बजे तक का वक्त निर्धारित कर दिया गया है। वीआईपीज को एंट्री ढुंढिराज पॉइंट से दी जाएगी।

इन चीजों को न रखना दर्शन के वक्त साथ

- ज्ञानवापी परिक्षेत्र में कई वस्तुएं प्रतिबंधित हैं। इनमें मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक की, कैमरा, गुटखा, माचिस, चाकू, पेन, पेन ड्राइव, पिन या कोई भी इलेक्ट्रानिक डिवाइस पूरी तरह से बैन है।

मंदिर में मौजूद रहेंगे डॉक्टर्स

भक्तों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से इस बार मंदिर परिसर में मेडिकल कैंप लगाया जाएगा। इस कैंप में डॉक्टरों की टीम दवा और फ‌र्स्ट ऐड के साथ मौजूद रहेगी। वहीं मंदिर में कतार में लगे भक्तों की प्यास बुझाने के लिए लाइन मंदिर प्रबंधन की ओर से वालेंटियर भी लगाये जा रहे हैं।

अगर की बदसलूकी तो खैर नहीं

एसपी ज्ञानवापी शशिकांत तिवारी ने कहा कि भक्तों को सुविधाजनक दर्शन कराना फ‌र्स्ट प्रॉयरिटी है। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मी भक्तों के साथ दु‌र्व्यवहार न करें। उन्होंने जवानों से भक्तों के साथ विनम्र व्यवहार करने की हिदायत दी है और चेताया है कि अगर किसी की शिकायत मिली तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

सभी पास रहेंगे निरस्त

महाशिवरात्रि के दिन मंदिर प्रबंधन व ज्ञानवापी प्रशासन की ओर से जारी किए गए सभी पास निरस्त रहेंगे। केवल रेडजोन के दुकानदारों व परिक्षेत्र में रहने वालों को ही पास देखकर प्रवेश दिया जाएगा।

गोदौलिया पर जमा कर सकते हैं सामान

बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गोदौलिया चौराहे पर अमानती घर बनाया गया है। यहां पर श्रद्धालु अपने सामान को सुरक्षित रखकर दर्शन के लिए जा सकते हैं।

अन्य शिवालयों में भी तैयारी हुई पूरी

शिवरात्रि के मौके पर सिर्फ बाबा विश्वनाथ के दरबार में ही नहीं बल्कि काशी के हर शिवालय में हर हर महादेव और बोल बम की गूंज सुनाई पड़ती है। खासतौर पर महामृत्युंजय, केदारेश्वर, तिलभाण्डेश्वर और मारकण्डे महादेव में भी हजारों भक्त हाजरी लगाते हैं। इसलिए इन शिवालयों के अलावा अन्य छोटे बड़े शिवालयों में भी तैयारी पूरी हो चुकी है। सुरक्षा के लिए भी यहां अलग से इंतजाम किए गए हैं। वहीं गुरुवार की रात पंचक्रोशी यात्रा पर निकले लोगों ने मणिकर्णिका घाट पर संकल्प लेने के बाद अपनी ये कठिन एक दिन की पंचक्रोशी यात्रा की शुरुआत बोल बम के नारे संग कर दी।

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होगी खास आरती, बाबा का सजेगा सेहरा

- शिवरात्रि के दौरान विश्वनाथ मंदिर में होने वाली मंगला आरती होगी 45 मिनट पहले, आरती के बाद होगा बाबा का विशेष श्रृंगार

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महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ का दरबार फूलों से गमकेगा। वहीं बाबा के विवाह के लिए उनका सेहरा भी सजेगा और वृहद श्रृंगार भी किया जायेगा। शुक्रवार को मंदिर सारी रात दर्शन-पूजन के लिए खुला रहेगा और भोर में होने वाली मंगला आरती के समय ही बाबा का विशेष श्रृंगार होगा।

- मंगला आरती नियत समय भोर में तीन बजे से 45 मिनट पहले 2.15 बजे शुरू होकर 3.15 बजे समाप्त होगी।

- भोर में 3.30 बजे मंदिर का पट दर्शनाथियों के लिए खोल दिया जाएगा।

- दोपहर 12 बजे भोग आरती के दौरान आधे घंटे तक दर्शन-पूजन बंद रहेगा।

- 12.30 बजे दर्शन शुरू होगा जो रात्रि 10.30 बजे तक चलेगा।

- हालांकि बाबा की चारों प्रहर की आरती तय समय पर ही होगी।