-काशी विद्यापीठ स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन में ताल ठोंकने वाले छुट्टी में भी कर रहे प्रचार

-यूनिवर्सिटी बंद होने पर घर-घर लगा रहे हाजिरी

VARANASI:

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्टूडेंट्स यूनियन का इलेक्शन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे प्रचार भी स्पीड पकड़ता जा रहा है। यूनिवर्सिटी में सुबह से शाम तक डटे रहने वालों ने दीपावली की छुट्टी होने के कारण अब अपना पैंतरा बदल दिया है। वे अब वोटर्स के घर-घर पहुंच रहे हैं। इसका कारण यह है कि कैंपस ओपेन होने के साथ ही इलेक्शन का शेड्यूल जारी हो जाएगा। प्लैन के मुताबिक यूनिवर्सिटी ओपेन होने के एक-दो दिन बाद नॉमिनेशन होना है। ऐसे में स्टूडेंट लीडर्स केवल बॉयज के ही नहीं, बल्कि गर्ल स्टूडेंट्स के घर भी हाजिरी लगा रहे हैं। उनको अपने समर्थन में जुटने की अपील कर रहे हैं। यह हालत तब है जब यूनिवर्सिटी दीपावली के मद्देनजर बंद है।

शहर से दूसरे डिस्ट्रिक्ट तक

छात्रसंघ में पदाधिकारी बनने के लिए भाग्य आजमा रहे कैंडिडेट्स सिटी के अलावा दूर-दराज गांवों और आसपास के डिस्ट्रिक्ट्स में रहने वाले स्टूडेंट्स से भी वोट मांगने पहुंच रहे हैं। घर पहुंच रहे स्टूडेंट लीडर्स न केवल उनसे अपना समर्थन करने की अपील कर रहे हैं, बल्कि अपनी मजबूत दावेदारी की वकालत भी कर रहे हैं। वे उनसे अपने बारे में बता रहे हैं। वो किस पद पर इलेक्शन लड़ रहे हैं, इसकी भी उन्हें जानकारी दे रहे हैं। अपने को सबसे अच्छा बताने वाले ये लोग रिश्तेदारी और जात-पात का भी हवाला दे रहे हैं। यानि स्टूडेंट्स को पटाने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है।

छोटे से लेकर बड़े तक है यहां

ऐसा नहीं है कि केवल बड़े पदों पर मैदान में कूदे कैंडिडेट्स ही घर-घर हाजिरी लगा रहे हैं। छोटे पदों पर इलेक्शन लड़ रहे स्टूडेंट्स भी इसमें शामिल हैं। इनमें फैकल्टी रिप्रेजेंटेटिव को एक्जाम्पल के तौर पर देखा जा सकता है। यूनिवर्सिटी के विभिन्न फैकल्टी के लिए इलेक्शन लड़ रहे स्टूडेंट लीडर का इस समय ज्यादा टाइम फ्रेंड्स के साथ ही बीत रहा है। वे या तो फ्रेंड्स के ग्रुप में प्रचार कर रहे हैं या वोटर्स के घर पहुंच कर अपने पक्ष में समर्थन मांग रहे हैं।