-डॉक्टर, नर्स, ब्लड बैंक, मॉच्र्यूरी, पोस्टमार्टम हाउस एक ही कैंपस में

-लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरे, बायोमैट्रिक सिस्टम भी होगा लागू

JAMSHEDPUR: शहर के लोगों को अब स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगले महीने यानी मार्च से खासमहल स्थित सदर हॉस्पिटल में डॉक्टर, कंपाउंडर, दवाइयां, ब्लड सभी एक ही कैंपस में मिलेंगे। बिल्िडग बनकर तैयार हैं। कुछ ही दिन बाद इसका उद्घाटन होगा। किसी तरह की असुविधा होने पर पेशेंट्स कंप्लेन भी कर सकेंगे। इसकी मॉनिटरिंग सिविल सर्जन (सीएस) करेंगे। हेल्थ डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक सदर हॉस्पिटल में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ अपनी ड्यूटी को लेकर जिम्मेदार रहें इसके लिए बायोमैट्रिक सिस्टम लगाए जा रहे हैं।

मिलेगा स्पेशल ट्रीटमेंट

सदर हॉस्पिटल को मॉडल सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसके अनुरूप हॉस्पिटल में सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हॉस्पिटल में फिलहाल इमरजेंसी, ओपीडी, महिला एवं प्रसूति रोग विभाग, पैथोलॉजी, टीबी वार्ड और एक्स-रे जांच की सुविधा है। अब यहां ख्ब् घंटे सर्जरी, कैंसर, हार्ट, बुजुर्गो के लिए स्पेशल ट्रीटमेंट सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी।

बिल्डिंग्स बनकर हैं तैयार

बनेगा ब्लड बैंक

ब्लड बैंक के लिए भी अलग से एक बिल्डिंग बनकर तैयार है। इसके लिए डीप फ्रीजर की खरीदारी भी की जा चुकी है। सदर हॉस्पिटल में यह पहला ब्लड बैंक होगा। अबतक लोगों को क्म्-क्7 किलोमीटर दूर एमजीएम या फिर जमशेदपुर ब्लड बैंक जाना पड़ता था।

आयुष भवन में ओपीडी

हॉस्पिटल कैंपस में आयुष भवन बनकर तैयार है। यहां पर ऑफिस के साथ-साथ ओपीडी भी संचालित होगी। इसमें आयुर्वेदिक, यूनानी, सुश्रुत सहित अन्य चिकित्सा शामिल है। अबतक जिले में आयुष का व्यवस्थित ट्रीटमेंट नहीं होने के कारण लोगों को ज्यादा इसका फायदा नहीं मिल सका था, लेकिन अब स्थायी भवन बनने के कारण विभाग सुचारू रूप से संचालित हो सकेगा।

फूड व ड्रग्स कंट्रोल डिपाटमेंट

फूड व ड्रग्स कंट्रोल डिपाटमेंट भी बिल्डिंग के अंदर बनाया जा रहा है। इसे सबसे पहले शिफ्ट करने की तैयारी है। इसके लिए संबंधित पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया जा चुका है। वर्तमान में ड्रग डिपाटमेंट साकची व फूड विभाग सिविल सर्जन कार्यालय में संचालित हो रहा है, जहां जगह का काफी अभाव है।

पोस्टमार्टम व मॉ‌र्च्यूरी हाउस

हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम हाउस और मॉच्र्यूरी भी बनकर तैयार है। अबतक सदर हॉस्पिटल में यह सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को एमजीएम पोस्टमार्टम हाउस पर निर्भर होना पड़ता था। इससे लोगों की परेशानी दूर होगी।

डीइआईसी यूनिट

0-क्8 वर्ष तक के बच्चे के लिए सदर हॉस्पिटल के कैंपस में डीइआईसी (जिला तत्काल रोकथाम केंद्र) सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। इसका उद्देश्य खेल-खेल में गर्वमेंट स्कूलों के स्टूडेंट्स को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना है। यहां पर चार तरह के जांच व इलाज होगी।

डिफेक्ट : बच्चों में जन्म से दिल में छेद, हृदय रोग का पता लगाया जाएगा।

डिजीज : बच्चों की आंख, नाक, कान आदि बीमारियों की जांच होगी।

डिफिसिएंसी : इसके तहत होठ, तालू, कान कटे व जुड़े होने वाले बच्चों की जांच।

विकलांगता : इसके तहत बच्चों में विकलांगता का पता लगाया जाएगा।

सदर हॉस्पिटल में मार्च से लोगों को स्वास्थ्य संबंधित सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। सभी भवन बनकर तैयार हैं। डॉक्टर, मैन पावर व उपकरणों से संबंधित रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है।

-डॉ श्याम कुमार झा, सीएस, ईस्ट सिंहभूम