>-अवैध निर्माण पर केडीए का और कसा शिकंजा, पहली बार अवैध निर्माण करने पर 13 के चालान रिपोर्ट मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट को भेजी गई

KANPUR: अवैध बिल्डिंग बनाने वालों पर केडीए का शिकंजा कसता ही जा रहा है। रजिस्ट्री, बिजली-पानी के कनेक्शन पर रोक लगाने के बाद केडीए ने बिल्डर्स पर कोर्ट का फंदा भी डाल दिया है। पहली बार केडीए ने अवैध निर्माण वाली 13 बिल्डिंग्स के चालान कर रिपोर्ट मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट को भेजी है। यानि कि अब अवैध निर्माण करने वालों को कोर्ट के भी चक्कर लगाने पड़ेंगे।

ोक लगाने में रहा नाकाम

सिटी में अवैध निर्माण पर अंकुश लगा पाने में केडीए नाकाम साबित हुआ। केडीए इम्प्लाइज की मिलीभगत से अवैध रुप से सैकड़ों बिल्डिंग बन चुकी हैं। पिछले 3 सालों मे 350 से अधिक अवैध निर्माण किए जाने पर केडीए सीलिंग की कार्रवाई कर चुकी है। बावजूद इसके केडीए न तो मैप पास करने का प्रॉसेज सरल कर सका है और न ही अवैध निर्माण पर रोक लगा पा रहा है। फाइल के पीछे दौड़े बिना और सुविधा शुल्क चुकाए बिना नक्शा पास नहीं होते हैं। मजबूर होकर नक्शा पास कराए बगैर भी घर बनवाना शुरु कर देते हैं।

अन्य विभागों की मदद

अवैध निर्माण रोकने के लिए पिछले दिनों केडीए ने अपार्टमेंट एक्ट और बोर्ड मीटिंग में पास प्रपोजल की दुहाई देते हुए अन्य विभागों की मदद ली। जिसमें केडीए के कम्प्लीशन सर्टिफिकेट के बगैर फ्लैट्स की रजिस्ट्री न किए जाने, बिजली-पानी के कनेक्शन न दिए जाने आदि रोक लगाने के लिए एडीएम फाइनेंस, केस्को, जलकल नगर निगम, डीएम आदि को लेटर भेजे। अवैध निर्माण पर केडीए ये शिकंजा अब और भी कसता जा रहा है। पहली बार उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास अधिनियम की 1973 के अ‌र्न्तगत 13 बिल्डिंग के चालान किए गए हैं। चालान कर रिपोर्ट मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट भेजी गई है। एनफोर्समेंट टीम के एक्सईएन मनोज मिश्रा ने बताया कि पहली बार अवैध निर्माण पर चालान कर रिपोर्ट मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट को भेजी गई है। जिसमें अवैध निर्माण पर 10 हजार से 50 हजार तक पेनॉल्टी लगाई जा सकती है। पेनॉल्टी के बाद अवैध निर्माण न तोड़ने पर 2500 रुपए परडे के हिसाब से जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

मंडे को फर्जी प्लॉट्स को कब्जे में लेगा केडीए

KANPUR: फर्जी रजिस्ट्री वाले प्लाट्स पर मंडे को केडीए कब्जा लेगा। इन प्लॉट्स पर केडीए अपने बोर्ड लगाएगा। फ्राईडे को एनफोर्समेंट और इंजीनियरिंग की ज्वाइंट टीम फर्जी रजिस्ट्री वाले प्लॉट्स का निरीक्षण किया था। केडीए के एक्सईएन एमएस गुरुदित्ता ने बताया कि मंडे को प्लाट्स पर कब्जा में लेकर केडीए के बोर्ड लगा दिए जाएंगे।