-- हजारों की संख्या में फ्लैट न बिकने से केडीए ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स लाने का इरादा छोड़ा
-ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की बजाए प्लाट लाने की तैयारी में जुटा केडीए
KANPUR: नोटबंदी के बाद रियल इस्टेट सेक्टर में मची हलचल से केडीए भी नहीं बच पाया है। केडीए के अधिक कीमत वाले ही नहीं सस्ते फ्लैट भी नहीं बिक रहे हैं। यही वजह है कि केडीए ऑफिसर्स ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स से तौबा कर ली है। अब उनका पूरा ध्यान हाउसिंग स्कीम यानि प्लाट्स लॉन्च करने में लगा हुआ है।
म् हजार से अधिक फ्लैट निकाले
केडीए ने वर्ष ख्0क्भ्-क्म् में ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के रूप में शताब्दी नगर में केडीए ड्रीम्स, कल्याणपुर-बिठूररोड पर केडीए हाईट और मैनावती मार्ग में केडीए ग्रीन्स प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। अगले ही साल विकास नगर में सिग्नेचर सिटी और किदवई नगर ओ ब्लाक सब्जी मंडी में केडीए रेजीडेंसी लॉन्च की थी। इन ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में टू और थ्री बीएचके फ्लैट्स की संख्या लगभग ख्800 थी। इनमें विकास नगर को छोड़कर अन्य प्रोजेक्ट्स में ज्यादातर ख् बीएचके ख्7.भ्0 लाख रुपए के थे। विकास नगर में ख् बीएचके फ्लैट ब्म्.म्भ् लाख रुपए का था। वहीं थ्री बीएचके फ्लैट के रेट अलग-अलग प्रोजेक्ट्स के अलग-अलग थे। जो कि फ्9.70 लाख, ब्0.ख्ख् लाख व भ्8.फ्0 लाख रुपए कीमत के थे। इसी तरह कुछ समय बाद केडीए ने अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम के अन्तर्गत जवाहरपुरम सेक्टर ख्, म् व क्फ् में फ्800 फ्लैट लॉन्च किए।
भ्भ्00 से फ्लैट नहीं बिके
केडीए ने ग्रुप हाउसिंग व अफोर्डेबल हाउसिंग फ्लैट बेचने के लिए काफी मशक्कत की। प्रोजेक्ट स्थल के अलावा केडीए में आवास विक्रय मेला लगाया। नगर निगम, ट्रेड टैक्स सहित अन्य डिपार्टमेंट में स्टॉल लगाए, प्रचार वाहन चलवाए, लेकिन इन फ्लैट्स को बेचने में बहुत अधिक सफलता नहीं मिली है। इसकी मुख्य वजह ख्0क्भ् में आए भूकम्प के कानपुर में जोरदार झटके लगना रहा है। इससे बड़ी-बड़ी इमारतों से लेकर छोटे-छोटे घरों में रहने वाले लोग भी सड़क पर आ गए थे। लोगों में खासतौर पर हाईराइज बिल्डिंग में रहने वालों में दहशत छा गई। फिर रही-सही कसर पिछले साल मंदी ने पूरी कर दी। इन्हीं वजहों से केडीए के लगभग भ्भ्00 फ्लैट नहीं बिके। जबकि केडीए लंबे समय से पहले आओ पहले पाओ स्कीम भी चला रहा है।
सस्ते मकानों से भी मुंह मोड़ा
नोटबन्दी के बाद अधिक कीमत वाले फ्लैट्स से ही नहीं कानपुराइट्स ने सस्ते मकानों से भी किनारा कर लिया। वर्ष ख्0क्म् की शुरूआत में केडीए ने रामगंगा एंक्लेव के टाइप वन (7.ख्0 लाख )और टाइप टू (क्भ्.0 लाख ) फ्लैट्स के लिए डिमांड सर्वे कराया था। इसमें क्8भ्0 लोगों ने फॉर्म भरे। जिससे उत्साहित केडीए ऑफिसर्स ने 9ब्0 टाइप वन और 9म्0 टाइप टू फ्लैट बनाने के लिए टेंडर किए। लेकिन अब हालत ये हो गई है कि करीब क्फ्00 लोगों ने अवशेष क्0 परसेंट धनराशि जमा नहीं की या फिर जमा की गई धनराशि भी वापस ले ली है.
प्लॉट लाने की तैयारी
इन स्थितियों को देखते हुए अब केडीए ऑफिसर्स ने यू टर्न मारा है। फिलहाल उन्होंने सिटी में कहीं भी ग्रुप हाउसिंग लाने का इरादा छोड़ दिया है। इसकी जगह जाजमऊ, पनकी, कल्याणपुर आदि में प्लॉट लाने की तैयारी में जुटा हुआ है। केडीए वीसी के। विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि फिलहाल कोई ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट नहीं लाया जाएगा। पहले ही काफी संख्या में फ्लैट मौजूद हैं।
केडीए हाईट कल्याणपुर-बिठूर रोड
ख् बीएचके-- 9म्
कीमत(प्रति फ्लैट)-- ख्7.भ्0 लाख
फ् बीएचके --80
कीमत(प्रति फ्लैट)-- फ्9.70 लाख
केडीए ग्रीन्स मैनावती मार्ग
ख् बीएचके-- क्ख्8
कीमत(प्रति फ्लैट)- ख्7.भ्0 लाख
फ् बीएचके-- क्म्8
कीमत (प्रति फ्लैट)-ब्0.ख्ख् लाख
केडीए ड्रीम्स, शताब्दी नगर
ख् बीएचके फ्लैट- क्ख्00
कीमत(प्रति फ्लैट)-- ख्7.भ्0 लाख
केडीए सिग्नेच ग्रीन्स, विकास नगर
ख् बीएचके -- भ्भ्ख् फ्लैट
कीमत (प्रति फ्लैट)- ब्म्.म्भ् लाख
फ् बीएचके-- भ्7म् फ्लैट
कीमत (प्रति फ्लैट)-- भ्8.फ्0 लाख
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