- जवाहरपुरम, हाईवे सिटी, रामगंगा इंक्लेव की प्राइवेट जमीनें मिलने से केडीए अफसर उत्साहित

-केडीए की लैंडबैंक बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है नोटबन्दी, कई स्कीम्स का रोड़ा हटा

-जान्हवी व भागीरथी हाउसिंग स्कीम के बीच में आ रही जमीनों को खरीदने के लिए लगाएंगें सैटरडे से कैम्प

KANPUR: ब्लैक मनी पर अंकुश लगने के बाद हाउसिंग स्कीम्स के बीच-बीच में आ रही प्राइवेट जमीनें मिलने से केडीए अफसर उत्साहित हैं। उन्होंने अन्य हाउसिंग स्कीम्स में भी ऐसी जमीनें सीधे किसानों से खरीदने के लिए उनके पास जाएंगे। इसकी शुरूआत जान्हवीं व भागीरथी हाउसिंग स्कीम से केडीए अफसर करेंगे।

20 हेक्टेयर प्राइवेट जमीन

केडीए के अफसर आवास विकास हंसपुरम के पास नगवां गांव की जमीन पर जान्हवीं व भागीरथी हाउसिंग लाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए डेवलपमेंट व‌र्क्स भी शुरू करा चुके हैं। इन दोनों हाउसिंग स्कीम के बीच में करीब 20 हेक्टेयर जमीन प्राइवेट हैं। जो छोटे-छोटे अलग-अलग पॉकेट्स में केडीए की इन हाउसिंग स्कीम के बीच में हैं।

कई स्कीम में मिली जमीन

इधर नोटबन्दी से ब्लैक मनी पर अंकुश लगने से जमीन के बाद तेजी से गिरे हैं। जवाहरपुरम, हाइवे सिटी, हाइवे एक्सटेंशन व रामगंगा इंक्लेव के जमीन मालिक शासनादेश के मुताबिक सर्किल रेट से दोगुनी कीमत पर जमीन देने को समझौता कर चुके हैं। इसी वजह से केडीए अफसर नगवां गांव की वह पाकेट्स भी मिलने की उम्मीद जता रहे हैं, जो कि जान्हवीं व भागीरथी हाउसिंग स्कीम में आ रहे हैं। इसके लिए सैटरडे से दो दिन केडीए अफसर नगवां में कैम्प लगाएंगे। जिससे कि दलाल या बिल्डरों की बजाए सीधे जमीन मालिकों से बात हो सके।

विवादित प्लॉट

हाइवे सिटी व अलकनन्दा हाउसिंग स्कीम में विवादित प्लॉट की समस्या के हल के भी टीम मौके पर जाएगी। इस दोनों स्कीम में 500 से 600 प्लॉट विवादित बताए जा रहे हैं। हालांकि अफसर जमीन पर अवैध कब्जे होने के दावे कर रहे है। इसी वजह अफसर जमीन के रिकार्ड के साथ इन दोनों हाउसिंग में जाएंगे और नाप-जोख, अवैध कब्जे ध्वस्त करने आदि कार्रवाई कराएंगे। केडीए सेक्रेटरी केपी सिंह ने कहा कि जान्हवीं, भागीरथी हाउसिंग स्कीम के बीच में आ रही प्राइवेट जमीनों के लिए कैम्प लगाया जाएगा। हाइवे सिटी व अलकनन्दा में अवैध कब्जे हटाकर समस्या हल की जाएगी।

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3 हजार से अधिक प्लॉट

नगवां में केडीए और अधिग्रहण की गई जमीनों को मिलाकर जान्हवीं व भागीरथी हाउसिंग ला रहा है। ले आउट भी फाइनल हो चुका है। इनमें लगभग 3081 प्लॉट हैं। अगर 20 हेक्टेयर के करीब प्राइवेट और मिल जाते हैं तो केडीए इन स्कीम्स का एक्टेंशन करेगा। वैसे भी केडीए नगवां के अलावा सतबरी व सकरापुर में प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण करने की कोशिश में जुटा हुआ है। कैम्प लगाए जाने से इन गांवों के जमीन मालिको के भी आने की संभावना है।

एट ए ग्लांस

टोटल जमीन -188 हेक्टेयर

केडीए की जमीन- 64 हेक्टेयर

प्राइवेट जमीन- 124 हेक्टेयर

नगवां-- 53 हेक्टेयर

सकरापुर--44 हेक्टेयर

सतबरी --27 हेक्टेयर