किसी तरह बचे केजरी

बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए वाराणसी से लड़ रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर काशी में दूसरी बार हमला हुआ. थर्सडे रात जनसंपर्क के दौरान कुछ लोगों ने 'केजरीवाल वापस जाओ' की नारेबाजी करते हुए टमाटर, पानी की बोतल व पत्थर के टुकड़े फेंके. इतना ही नहीं, उन्हें लक्ष्य कर चप्पल भी दिखाई गई. अरविंद केजरीवाल के साथ आप के नेता मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे. पुलिस ने किसी तरह हस्तक्षेप कर केजरीवाल को गाड़ी में बैठाकर वहां से सुरक्षित रवाना किया.

आधे घंटे तक मची रही अफरा-तफरी

पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चलाई, जिससे आधा दर्जन लोग घायल हुए. एक युवक के सिर पर भी चोट आई. पुलिस के लाठी चलाने से भगदड़ मच गई. कुछ गाड़ियों के शीशे भी टूट गए. पुलिस ने एक व्यक्ति को दबोचा है. इस घटना से लंका क्षेत्र में करीब आधे घंटे तक अफरा तफरी मची रही. इसके पूर्व अस्सी क्षेत्र में आप की वरिष्ठ नेता अलका लांबा व बीजेपी समर्थकों के बीच भी जमकर कहासुनी हुई. इस घटना को लेकर अरविंद केजरीवाल का कहना था कि विरोध राजनीति का हिस्सा है. विरोध करने वाले बच्चे हैं, नादान हैं. इनसे गलती हो गई. हम इसका जवाब फूल से देते रहेंगे. ज्ञात हो, इसके पहले भी काशी में बीजेपी समर्थकों ने केजरीवाल पर काली स्याही व अंडा फेंका था.

मोदी पर अपने पर भरोसा नहीं

आप के पूर्वाचल संयोजक संजीव सिंह ने कहा कि यह दुखद है. उन्होंने बताया कि मनीष सिसोदिया इस क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे थे. इसी बीच चौपाल से लौटते वक्त अरविंद केजरीवाल भी आ गए. हम बीजेपी समर्थकों पर फूल फेंक रहे थे और वे पत्थर. पूर्व प्लान के तहत बीजेपी समर्थकों ने यह कृत्य किया. पूरी घटना इस बात को दर्शाती है कि मोदी को अपने पर भरोसा नहीं है.

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