छठ को लेकर टाइमिंग

बुधवार को सूर्यास्त - 5.11 मिनट

गुरुवार को सूर्योदय - 5.56 मिनट

- 24 घंटे के कठोर व्रत के साथ पूरा होता है छठी मईया की अनुष्ठान

- विधि विधान से दें अ‌र्घ्य तो मनोकामना होगी पूरी, कोसी पूजन से अभीष्ट की होती है पूर्ति

- शांत मन से भास्कर का स्मरण करके डालें अ‌र्घ्य, दूध या गंगाजल से दे सकते हैं अ‌र्घ्य

PATNA : खरना के साथ ही अब छठ व्रतियों के लिए ख्ब् घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया है। ख्ब् घंटे के कठोर व्रत और अनुशासन के साथ मनाया जाने वाला छठ व्रत को लेकर अब हर घर में जो भी होगा वो पूरे के पूरे अनुशासन के साथ होगा। बुधवार को शाम का अ‌र्घ्य है। इससे पहले बुधवार की सुबह ही छठ व्रती स्नान और पूजा करके मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी की मदद से आग जलाएंगी और पूजा के लिए पकवान बनाएंगी। शाम होने से पहले ही छठ व्रती उस पकवान को बांस के दउरा या और सूप में डालकर तैयार करेंगी और सूर्य के डूबने से पहले घाटों पर पहुंच जाएंगी। इसके बाद वो पानी में उतर कर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करेगी। फिर डूबते भगवान भास्कर को घाटों पर अ‌र्घ्य देंगी। बुधवार को सूर्यास्त भ्.क्क् मिनट पर है।

गुरुवार को उगते सूर्य की पूजा

अगले दिन गुरुवार को उगते हुए सूर्य की पूजा अर्चना की जाएगी। इससे पहले छठ व्रती नए कपड़े पहन कर घाट के किनारे पहुंचेंगी और गंगा या तालाब में उतर कर अपने हाथों में फल रखकर भगवान भास्कर का स्मरण करेंगी। भगवान भास्कर के उदय के साथ ही उगते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। गुरुवार को सूर्योदय भ्.भ्म् मिनट पर है। पंडित राजीव मिश्रा ने बताया कि भगवान भास्कर के डूबते और उगते दोनों रूपों की पूजा अर्चना करने से कई तरह की परेशानी और अनिष्ट दूर हो जाती है। इसलिए हर किसी को भगवान भास्कर के दर्शन छठ के दोनों समय में अपने हाथों में फल रखकर या फिर छठ व्रती के सामने अ‌र्घ्य देना चाहिए।

मनौती होगी पूरी जब चढ़ाएंगे कोसी

ऐसी मान्यता है कि अगर आप छठी मईया से कोई मनौती मांगते हैं और वो पूरी हो जाती है तो आप उसके लिए घर से लेकर घाट के किनारे तक कोसी चढ़ाएं। पंडित की मानें तो कोसी चढ़ाने से छठी मईया प्रसन्न होती हैं और वो सारी मनोकामना पूरी करती है।

स्नान करके खाली पांव पहुंचें घाट

घाटों पर पहुंचने से पहले आप दोनों समय अच्छी तरह से स्नान करके जाएं। नए कपड़े पहन कर चलें, खाली पांव चलें। अगर कोई डंड प्रणाम दे रहा है तो उसके लिए रास्ता दें और उसकी सारी असुविधा को दूर करने की कोशिश करें।

छठ व्रतियों का रखें ख्याल

- फ्म् घंटे की फास्टिंग के बाद शरीर कमजोर होने लगता है।

- सुबह घाट पर आने के साथ ही उन्हें फौरन लिक्विड पिलाएं।

- नारियल का पानी उनके लिए काफी फायदेमंद रहेगा।

- इसके अलावा नींबू का शर्बत भी आप पिला सकते हैं।

- खाना पूरी तरह से सादा रहे और दिन भर में थोड़ा-थोड़ा खाने दें।

- घाट से लौटते ही चाय या कोई गर्म पदार्थ खाने के लिए न दें।

(न्यूट्रिशियन डॉ। सुमिता कुमार से बातचीत पर आधारित)

छठ व्रतियों ने किया खरना

मंगलवार को छठ व्रतियों ने शाम होने के साथ ही खरना का प्रसाद बनाया और फिर उसकी पूजा अर्चना की। इस दौरान गुड़ की खीर और पूड़ी चढ़ाया जाता है। गंगा के किनारे भी घाटों पर सैकड़ों की तादाद में छठ व्रतियों ने खरना किया और इस दौरान आसपास के तमाम लोगों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया।