- इलाहाबाद डिपो से बिना केरोसिन लिए ही खाली वापस हो रहे टैंकर

FATEHPUR : खागा तहसील क्षेत्र में कार्डधारकों को केरोसिन संकट से जूझना पड़ सकता है। प्रति माह होने वाले उठान का 192 किलोलीटर केरोसिन अभी तक डिपो में नहीं आया है। जिसकी वजह से कोटेदारों को वितरण का काम रुका पड़ा है। पूर्ति कार्यालय के मुताबिक यदि एक, दो दिन के अंदर सप्लाई नहीं मिलती है तो आवंटन रद्द हो जाएगा।

विजयीपुर, धाता, हथगाम तथा ऐरायां ब्लाक क्षेत्र के कोटेदारों को प्रति माह महीने की 20 तारीख तक केरोसिन का उठान कराया जाता है। इस बार महीने की 27 तारीख तक गोदामों में 16 टैंकर केरोसिन ही नहीं पहुंचा है। कोटेदार उठान के लिए ड्रम व ट्रैक्टर लेकर डिपो तक आते हैं, जिन्हें कर्मचारी स्टाक न होने की वजह बताकर वापस भेज देते हैं। कोटेदारों के मुताबिक कार्डधारक रोजाना दरवाजे तक आकर मिट्टी का तेल बांटने का दबाव बनाते हैं। कोटेदारों की मानें तो प्रति कार्ड 2 लीटर के हिसाब से 96 हजार कार्डधारकों को केरोसिन नही मिल पाएगा। उठान न होने की दशा में कार्डधारकों से झड़प हो रही है। उधर विभागीय अधिकारियों का कहना था इलाहाबाद डिपो में बराबर आपूर्ति न मिलने की वजह से ऐसी स्थितियां पैदा हुई हैं। पूर्ति निरीक्षक लालजी पाल का कहना था इस महीने आपूर्ति बेहद देरी से मिली है। बीते 21 मई के बाद से टैंकर नहीं आए हैं। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा चुकी है।

रैंडम चे¨कग में गड़बड़ी मिली तो नपेंगे कोटेदार

च्च्चाधिकारियों के आदेश पर वितरण से पूर्व तहसील प्रशासन के अधिकारी गोदाम से उठाए गए खाद्यान्न की पुष्टि करेंगे। यदि गड़बड़ी मिली तो संबंधित कोटेदार के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस आदेश से कोटेदारों में हड़कम्प मचा हुआ है

तहसील क्षेत्र में 325 उचित दर विक्रेता व 90 फुटकर मिट्टी के तेल के विके्रता हैं। प्रति माह विभाग द्वारा कोटेदारों को राशन व मिट्टी के तेल का उठान कराया जाता है। सूत्र बताते हैं कि ज्यादातर कोटेदार गरीबों के हिस्से का खाद्यान्न गोदाम से उठान करने के बाद उसे बाजार में बेंचकर अपनी जेब गर्म कर लेते थे। जिला प्रशासन के अधिकारी इस बार ऐसा नहीं होने देंगे। एसडीएम कार्यालय से मिली जानकारी में बताया गया कि वितरण से पूर्व एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पूर्ति निरीक्षक आदि अधिकारी कोटेदार के यहां रखे खाद्यान्न का सत्यापन करेगी। जिसके बाद वितरण अधिकारी की मौजूदगी में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण होगा। अधिकारियों की मानें तो खेती में पैदा हुए गेहूं की गुणवत्ता खराब होने की वजह से उसका वितरण राशन की दुकानों से होने की संभावनाएं अधिक हैं। सत्यापन में इस बात की भी पुष्टि की जाएगी। जिसमे कार्डधारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत भेजा गया खाद्यान्न ही मिल पाए। एसडीएम बलराम सिंह का कहना था जल्द ही रैंडम चे¨कग शुरू कराई जाएगी। कहना था यदि कहीं पर भी गड़बड़ी मिलती है तो कोटेदार के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।