22 मई को उनपर हुए हमले में घायल वैध अमृत गुलाबचंद प्रजापति(55) की मौत मंगलवार सुबह 9 बजे अहमदाबाद के एक अस्पताल में हो गया.

उनके पार्थिव शरीर को उनकी इच्छानुसार सिविल अस्पताल को दान कर दिया गया.

ध्यान देने योग्य है कि गत 22 मई के दिन राजकोट के पेडक रोड पर कथित आसाराम के साधकों के इशारे पर दो लोगों ने प्रजापति पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें तत्काल अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा था.

पत्नी ने आसाराम पर आरोप लगाया

अमृत प्रजापति की पत्नी ने आरोप लगाया कि जब उन पर हमला किया था, तब मौके पर आसाराम के कई शिष्य उपस्थित थे. उन्होंने पुलिस को उन लोगों का नाम भी बताया था. परंतु अभी तक पुलिस उन आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है.

12 सालों तक आसाराम के आश्रम में वैद्य का काम किया था

अमृत प्रजापति एक समय आसाराम के आश्रम में वैद्य थे. लगभग 12 सालों तक अहमदाबाद आश्रम में वैद्य रहे प्रजापति ने आश्रम छोड़ दिया था. हाल ही में जोधपुर में एक सेविका द्वारा आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद प्रजापति ने भी आसाराम के आश्रम में होने वाली कई गतिविधियों का पर्दाफाश किया था.

फ़िल्मी तर्ज पर हुआ था हमला

अमृत प्रजापति  22 मई को राजकोट के पेडक रोड पर स्थित अपने ओमशांति क्लीनिक में बैठे हुए थे. इसी बीच दो लोग मरीज बनकर इलाज के बहाने उनके पास आए. जब प्रजापति एक युवक के नस को चेक कर रहे थे तभी दूसरे युवक ने उन पर गोलिओं की बौछार कर दी. एक गोली प्रजापति के होंठों के नीचे लगी, वहीं दूसरी गोली कान को छूती हुई निकल गई. फायरिंग के बाद आरोपी अपनी बाइक से भाग निकले.

तत्काल उन्हें हॉस्पिटल में एडमीटकराया गया पर आज 22 दिन के बाद उनकी जीवन लीला समाप्त हो गई.

वारंट जारी

अपराध शाखा पुलिस ने इस मामले में आसाराम के साधक विकास खेमका, अजय शाह ,मेघाजी, कौशिक, केडी पटेल, और राम के खिलाफ वारंट भी जारी किया है.

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