- रात 9 नौ बजकर 36 मिनट पर मां का दर्शन करेंगे भक्त

- बंगाली कल्चर में मां का दर्शन 5.30 बजे सुबह

- बुधवार एक बजे सुबह तक सप्तमी का रहेगा आयोजन

PATNA : भक्तों के लिए पंडाल सजकर तैयार हो गया है। अब मां के दर्शन का समय भी आ गया है। आज से भक्त मां के विभिन्न रूपों का दर्शन मंदिर से लेकर पंडालों में कर सकते हैं। सप्तमी प्रवेश करने के साथ ही भक्तों के लिए मां का पट खुल जाएगा और भक्त मां की पूजा-अर्चना और आरती कर पाएंगे। फिलहाल मां का पट बंद है। पंडित श्याम किशोर ने बताया कि मां की पूजा अर्चना करने के लिए भक्त को मंगलवार रात के 9 बजकर फ्म् मिनट तक इंतजार करना होगा, इसके बाद सप्तमी प्रवेश कर जाएगा और मां का पट खुल जाएगा। वहीं बंगाली कल्चर को मानने वालों के लिए सप्तमी मंगलवार की सुबह पांच बजे से ही शुरू हो जाएगा। यानि इसके बाद से बंगाली पूजा पंडालों में मां का दर्शन किया जाएगा। वहीं रात 9 बजकर फ्म् मिनट से शहर के तमाम पंडालों में मां का दर्शन होने लगेगा। सप्तमी बुधवार एक बजे तक रहेगा। इसके बाद अष्टमी प्रवेश कर जाएगा।

चार दिनों तक मां का हर रूप भर देगा झोली

सप्तमी के प्रवेश के साथ ही मां की पूजा-अर्चना, आरती करने वालों पर मां की विशेष कृपा रहती है। पंडित राजीव कुमार की मानें तो सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी को मां के दर्शन और पूजन के साथ ही भक्त अपनी मन की मुराद भी पूरी कर सकते हैं। यही नहीं अष्टमी का व्रत और रात में जगने और मां की पूजन करने से मां की विशेष कृपा बनी रहती है। इसलिए भक्तों को चाहिए कि वो मां की पूजा अष्टमी को जरूर करें। वहीं लंगर टोली स्थित बंगाली अखाड़ा में कुमारी पूजन का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें भक्त कुमारी पूजन में हिस्सा में हिस्सा ले सकते हैं।