-रविवार को हुआ था अपहरण, छह लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी

-पुलिस ने बदमाशों से मोर्चा लेकर छात्र को छुड़ाया, बेटे को देख परिजन खुशी से झूम उठे

-औरैया के एक गांव में बन्धक बनाकर रखा था, पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा

KANPUR: बर्रा के गुजैनी गांव से पड़ोसी युवक ने छात्र को अगवा किया था। जिसके बाद उसने चार बदमाशों को पकड़ दे दी थी। उसको छोड़ने के लिए एवज में बदमाशों ने फिरौती मांगी थी। पुलिस ने मंगलवार को उसको सही सलामत बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया। साथ ही उसको अगवा करने वाले पड़ोसी को भी गिरफ्तार कर लिया है, पर बदमाश भागने में कामयाब हो गए। पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है।

घर के बाहर खेल रहा था

बर्रा के गुजैनी गांव में रहने वाले बलजीत सिंह कारोबारी है। उनका क्ख् वर्षीय बेटा रजनीश रविवार को घर के बाहर खेल रहा था। तभी पड़ोसी सचिन उसको बहाने से अपने साथ ले गया और अगवा कर लिया। वो उसको बन्धक बनाकर पनकी स्टेशन ले गया। जहां पर उसने रजनीश को चार बदमाशों को सौंप दिया। चारों बदमाश उसको औरैया के एक गांव ले गए। जहां पर उसे एक मकान पर बन्धक बनाकर रखा और उसके पिता को कॉल कर छह लाख रुपए फिरौती मांगी। बदमाशों ने रुपए न देने पर रजनीश को मारने की धमकी दी थी। बलवीर ने तुरन्त थाने में सूचना दी, तो पुलिस फिरौती की कॉल के बारे में जानकर हरकत में आ गई।

सर्विलांस के जरिए पहुंचे बदमाशों तक

पुलिस सर्विलांस के सहारे नम्बर को ट्रेस किया, तो उसकी लोकेशन औरैया मिली। साथ ही पुलिस को पता चला कि उस नम्बर से बदमाशों ने सचिन से भी बात की थी। पुलिस की एक टीम ने सचिन को हिरासत में लिया और दूसरी टीम चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह की अगुवाई में औरैया रवाना हो गई। वहां पर पुलिस एक गांव में बदमाशों की लोकेशन मिली, तो पुलिस टीम ने वहां डेरा डाल दिया और खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस सादी कपड़ों में वहां लगी रही। पुलिस को एक मकान में रजनीश की लोकेशन मिली, तो पुलिस ने वहां पर छापा मारकर उसको सही सलामत बरामद कर लिया।

अपहर्ताओं की तलाश में दबिश

हालांकि पुलिस के छापे का पता चलते ही बदमाश वहां से भागने में कामयाब हो गए। बदमाशों में एक की पहचान इटावा निवासी लालजी के रूप में हुई है। वो यहां पर काकादेव इलाके में किराये के मकान में रहता था और उसकी सचिन से दोस्ती थी। उसने सचिन के साथ ही मिलकर अपहरण की प्लानिंग बनाई थी। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।