-10 लाख की फिरौती के लिए जरी कारोबारी के दो बेटों के अपहरण की थी साजिश

-पता पूछने के दौरान पिता को हुआ शक और पूछताछ कर बुलाया पुलिस को

>BAREILLY: बारादरी में जरी कारोबारी के दो बेटों की तीन नाबालिगों ने 10 लाख की फिरौती के लिए अपहरण की साजिश रची। अपहरण से पहले दो किडनैपर कारोबारी के घर ही पहुंचकर रैकी करने लगे। पिता से बेटों के बारे में पूछताछ करने पर पिता को जब शक हुआ तो किडनैपर्स को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में किडनैपर्स ने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। जब कारोबारी को साजिश का पता चला तो होश उड़ गए क्योंकि साजिश रचने वाला उनके फुफेरे भाई का बेटा है। पुलिस ने तीनों नाबालिगों को पकड़ लिया है।

पूछताछ में खोल दी कहानी

जोगी नवादा निवासी मोहम्मद हनीफ का जरी का व्यापार है। उनका बड़ा बेटा फरमान 6वीं में और छोटा शोएब 5वीं क्लास में बेदी इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते हैं। संडे रात एजाज नगर गौटिया के तीन-चार लड़के उनका घर ढूंढते हुए पहुंचे, लेकिन घर के बाहर से ही लौटकर चले गए। जब हनीफ को इसका पता चला तो वह गली में गए और लड़कों को बुलाकर पूछा तो लड़कों ने अपहरण की पूरी साजिश बता दी। लड़कों ने बताया कि जोगी नवादा के तीन लड़कों ने उन्हें हनीफ के दोनों बच्चों को 10 लाख रुपए की फिरौती के लिए अगवा करने सुपारी दी थी। बताया जा रहा है कि हनीफ के फुफेरे भाई के बेटे की हनीफ के मकान में किराए पर बिजली सामान रिपेय¨रग की दुकान थी। रमजान के दौरान हनीफ ने दुकान खाली करा ली। तभी से वह बदला लेना चाहता था और उसने फिर अपने साथियों के साथ मिलकर फिरौती मांगकर अपरण की साजिश रची।

दो लाख की दी थ्ाी सुपारी

खुद सबक सिखाने में नाकाम होने पर नाजिम और उसके साथियों ने खुर्रम गौटिया निवासी कुछ लड़कों को शामिल कर लिया और उन्हें फिरौती की रकम से दो लाख रुपए देने की बात कही। बाकी की रकम वह अपने पास रख लेता। हनीफ की सूचना पर पुलिस पहुंची और नाबालिगों से पूछताछ की तो उन्होंने अपहरण की साजिश के बारे में बता दिया। पुलिस ने तीन नाबालिगों को पकड़ लिया और वारदात में शामिल अन्य की तलाश कर रही है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह जरी कारोबारी के बेटों का मंडे स्कूल जाते वक्त अपहरण करते और फिर फिरौती मांगते। क्योंकि मंडे को हनीफ भी बिजनेस के सिलसिले में घर से बाहर जाते हैं।

बच्चों की अपहरण की साजिश रचने वाले मेन आरोपी सहित तीन नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अपहरण से पहले ही साजिश का नाकाम कर दिया गया है।

उपेन्द्र सिंह यादव, एसएचओ बारादरी