नवाबगंज का रहने वाला था, बस स्टाप के समीप बदमाशों ने असलहा सटाकर उठाया

परिजनो ने लखनऊ हाईवे पर किया चककाजाम, चार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट

ALLAHABAD: सिटी के सबसे पॉश एरिया सिविल लाइंस से शुक्रवार की शाम दबंगों ने असलहे के दम पर एक व्यापारी को उठा लिया। अपहृत की रातभर कोई सूचना न मिलने और एक संदिग्ध कॉल ने पब्लिक को उद्वेलित कर दिया। उन्होंने लखनऊ हाईवे पर हथिगहां में चक्काजाम कर दिया। इससे दोनों तरफ वाहनों का काफिला लग गया। पुलिस ने पहले पब्लिक से टाइट होकर निबटने की कोशिश की। बाद में एसपी गंगापार ने खुद भरोसा दिलाया कि 24 घंटे के भीतर अपहृत को बरामद कर लिया जाएगा और अपहर्ता भी गिरफ्तार होंगे। इसके बाद पब्लिक शांत हुई और चक्काजाम समाप्त हुआ। इस मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

दोस्तों के साथ हनुमानगंज से लौटा था

अपहृत युवक का नाम सुनील मौर्या बताया गया है। वह नवाबगंज थाना क्षेत्र के हथिगहां का रहने वाला है। वह हथिगहां में ही अपना बिजनेस करता है। महारानी मौर्या के दो बेटों में सुनील छोटा है। बड़ा बेटा राकेश है। शुक्रवार की सुबह सुनील घर वालों को बताकर निकला कि वह हनुमानगंज वसूली पर जा रहा है, शाम तक घर लौट आएगा। उसके साथ कुछ दोस्त भी थे। उन्होंने सुनील को सिविल लाइंस बस स्टॉप पर ड्राप किया और चले गए। इसके बाद सुनील गायब हो गया। सुनील देर रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिवारवालों ने उसके दोस्त रोहित से सम्पर्क किया। रोहित से उन्हें सुनील का अपहरण कर लिए जाने की सूचना मिली। इसके बाद परिवार के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना नवाबगंज थाने को दी। इंस्पेक्टर मनोज कुमार तिवारी ने तहरीर के आधार पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने दोस्त रोहित से घटना के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि सुनील को उठा ले जाने वाले बदमाश कार से आए थे और असलहा सटाकर गाड़ी में बैठाने के बाद भाग निकले।

सुलह कर लेने को मिल रही थी धमकी

सूत्रों के अनुसार सुनील मौर्या कौडि़हार फ‌र्स्ट ब्लाक में सफाईकर्मी भी है। उसकी पोस्टिंग अकबरपुर उर्फ गंगागंज दिलावलपुर में है। 18 जुलाई को इसी गांव के रहने वाले एक समुदाय विशेष के लोगों से उसका विवाद हो गया था। दूसरे पक्ष के लोगों ने उसकी लाठी डंडे से जमकर पिटाई की थी। घटना में सुनील बुरी तरह से लहूलुहान हो गया था। इस मामले में उसने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करना शुरू किया तो उन्होंने सुनील पर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया कि वह सुलह कर ले। चक्काजाम में शामिल परिवार के लोगों का कहना था किसुलह न करने पर अंजाम बुरा होने की धमकी दी जा रही थी। इसी को आधार बनाकर मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस भी मानकर चल रही है कि अपहर्ता वही लोग हो सकते हैं।

चार घंटे ब्लाक रहा लखनऊ हाईवे

सुनील के अपहरण की पुष्टि और अपहर्ताओं का काई सुराग न मिलने से नाराज हथिगहां गांव के लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने कौडि़हार ब्लाक के सामने लखनऊ हाईवे पर खटिया रखकर चक्काजाम कर दिया। इसका असर यह हुआ कि बाराबंकी के रास्ते लखनऊ जाने वाले वाहनों के पहिए थम गए। जाम के चलते वाहनो की कतार बढ़ी तो असर प्रतापगढ़ होकर लखनऊ जाने वाले मार्ग पर भी पड़ गया। फाफामऊ एरिया भी जाम के दुष्प्रभाव से बच नहीं सका। इसकी सूचना मिलने पर एसपी गंगापार सुनील कुमार सिंह, सीओ के साथ कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लाठी भांजकर पब्लिक को हटाने की कोशिश की तो महिलाएं सड़क पर उतर आई। इसके बाद पुलिस अफसरों ने समझा-बुझाकर ही मामले में रास्ता निकालने में ही भलाई समझी। इस चक्कर में रात के आठ बज गए। जाम हटा तो पब्लिक ने राहत की सांस ली।

भदोही के पास मिली लोकेशन

इस घटना के बाद नवाबगंज पुलिस ने सुनील को मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर उसका लोकेशन ट्रेस किया। तो उसका लोकेशन भदोही जनपद के आस पास मिला। इस पर नवाबगंज पुलिस फोर्स के साथ भदोही जनपद और उसके आस पास के इलाकों में अपहरणकर्ताओं के बारे में सुराग कसी कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सुनील को सकुशल बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया जाएगा। प्रयास जारी है।

राकेश मौर्या है भाई। दो महीना पहले दबंगों ने पीटकर कर दिया था लहूलुहान। मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस ने नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इसी में सुलह कर लेने के लिए सुनील को मिल रही थी धमकी।

24 घंटे के भीतर अपहृत को घर ले आएंगे और आरोपी भी गिरफ्तार होंगे। यह भरोसा पब्लिक को देकर जाम समाप्त करा दिया गया है। पुलिस टीमें घटना के रहस्य से पर्दा उठाने की कोशिशों में लगी हुई हैं।

-सुनील कुमार सिंह,

एसपी गंगापार