RANCHI: कटक में दो सगे भाइयों के अपहरण व हत्या के बाद झारखंड के पश्चिम सिंहभूम के बड़जामदा जंगल में बॉडी जलाने के मामले का खुलासा हुआ है। इसकी पुष्टि पुलिस कमिश्नर योगेंद्र बहादुर खुरानिया ने कटक में की है। उनके मुताबिक, दीपू और ओम शार्प शूटर थे। दोनों कटक के धल-सामंत भाइयों के लिए काम करते थे। लेकिन, बाद में दोनों ने डी ब्रदर की बात मानने से इनकार कर दिया और अपनी मनमानी शुरू कर दी। इसके बाद दीपू व ओम का अपहरण कर लिया गया। इनकी हत्या कर शव को पश्चिम सिंहभूम के बड़जामदा जंगल में साक्ष्य छिपाने की नीयत से जला डाला गया। मामले में चाईबासा पुलिस ने जले शवों को बरामद किया था, लेकिन कोई सुराग नहीं मिलने के कारण उस केस को बंद कर दिया गया।

गिरफ्तार लोगों ने किया खुलासा

मामले में कटक पुलिस ने संदेह के आधार पर आठगढ कुंतकटा गांव के राउत फर्म हाउस के मालिक निर्मल राउत व देवाशीष को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ। वहीं, दोनों भाइयों की हत्या के आरोपी लिटुआ व भजना पहले से ही जेल में हैं। लिटुआ को पुलिस ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है।

फर्म हाउस में पीट-पीटकर हत्या

दीपू मलिक एवं ओमप्रकाश स्वाईं के अपहरण मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने दावा किया है कि दोनों का अपहरण उनके घर से हुआ। इसके बाद डी ब्रदर के लोगों ने राउत फर्म हाउस में दोनों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। फिर, उसे झारखंड के बड़जामदा में लाकर जला दिया।

गुवा थाने में ख्0क्फ् में मामला दर्ज

इस संबंध में क्8 नवंबर ख्0क्फ् को गुवा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इधर, शिकायतकर्ता या शव की पहचान नहीं होने के कारण झारखंड पुलिस मामले को पहले ही क्लोज कर चुकी थी। ओडि़शा की कटक कमिश्नरेट पुलिस ने राजनीतिक संरक्षण प्राप्त सुशील धल सामंत व सुशान्त धल सामंत की विशाखापतनम स्थित आवास पर ख्9 जनवरी को छापेमारी की थी। उसके घर से एक कारबाइन, आठ रिवॉल्वर, सैकड़ों चक्र कारतूस एवं ख्.8ख् करोड़ कैश बरामद हुए थे।