-अस्पताल में बच्ची को देखकर गांव लोटते वक्त हुआ हादसा

-प्राथमिक जांच में लेन-देन को लेकर पुरानी रंजिश आई सामने

-परिजनों ने आरोपियों को नामजद करते हुए थाने में दी तहरीर

Meerut राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर बाइक सवार कारपेंटर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मोदीपुरम में अक्षरधाम कॉलोनी के सामने हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। लेनदेन व चुनावी रंजिश विवाद के कारण वारदात को अंजाम दिया जाना बताया जा रहा हैं, हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ये था मामला

घटना सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे के आस-पास हुई। दौराला थाना क्षेत्र के गांव सिवाया निवासी राज सिंह दलित का पुत्र रमेश बढ़ई का काम करता था। उसके परिवार की एक बच्ची मोदीपुरम स्थित कोटपाल अस्पताल में भर्ती है, जिसे देखने के लिए रमेश बाइक से अस्पताल गया था। अस्पताल से लौटते समय राष्ट्रीय राजमार्ग-58 अक्षरधाम कॉलोनी के सामने मुल्हैड़ा गेट के पास रमेश को रोका गया। फिर हत्यारों ने सिर से सटाकर गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर कातिल फरार हो गए।

एकत्र हुई भीड़

गोली की आवाज सुनकर लोग दौड़े और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस लहूलुहान घायल रमेश को लेकर अस्पताल में पहुंची। जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

लड़ा था बीडीसी चुनाव

बताया जा रहा है कि मृतक रमेश ने हाल ही में बीडीसी का चुनाव लड़ा था। चुनाव के दौरान सामने खड़े एक प्रत्याशी ने उसे बैठने के लिए कहा था। रमेश नहीं बैठा और चुनाव लड़ा। हालांकि वह चुनाव हार गया था। दोनों की बीच तभी से तनातनी चल रही थी। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।

हो चुकी थी मारपीट

रमेश का गांव के ही एक युवक से लेन-देन का विवाद चल रहा था। गत दिनों दोनों के बीच कहासुनी और मारपीट हो गई थी। रमेश ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया था। मृतक की पत्‍‌नी का आरोप है कि युवक ने रमेश को बदला लेने की धमकी दी थी। वह कई बार अंजाम भुगतने के लिए चेता चुका था।

शक की सुई

सिवाया निवासी दलित राज सिंह के दो पुत्र थे। बड़ा बेटा चमन सिंह लगभग 15 वर्ष पूर्व मेरठ जाकर रहने लगा था। उसने अपने परिवार को भी मेरठ में ही शिफ्ट कर लिया था। जबकि रमेश सिवाया में ही पत्‍‌नी व 6 वर्ष की बच्ची के साथ रह रहा था। घर में कमाने वाला अकेला रमेश ही था। उसकी हत्या से परिवार में कोहराम मचा है। ग्रामीणों ने दबी जुबान में बताया कि मृतक का अपने बड़े भाई से विवाद चल रहा था। इसी कारण वह मेरठ जाकर रहने लगा। दोनों के बीच लाखों का लेन-देन था। रमेश का अपनी भाभी से भी आए दिन झगड़ा होता रहता था। ग्रामीणों का आरोप है कि चमन के ससुराल वाले कई बार रमेश को धमका चुके थे। मृतक की पत्‍‌नी ने भी इस ओर इशारा किया है।

चौकी के नजदीक हुई वारदात

दिन निकलते ही हुई रमेश की हत्या से सनसनी फैल गई। बेखौफ हत्यारों ने दुल्हैड़ा चौकी से मात्र चंद कदम की दूरी पर ही घटना को अंजाम दिया। घटना के वक्त चौकी पर कोई नहीं था और ताला लटका हुआ था। इसको लेकर पर भी लोगों में गुस्सा देखा गया। अगर चौकी पर कोई पुलिसकर्मी होता तो हत्यारोपियों को पकड़ा जा सकता था।

हत्या को लेकर कई पहलुओं पर जांच चल रही है। जल्द ही घटना को वर्कआउट कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

-डॉ। अरविंद कुमार, सीओ दौराला