JAMSHEDPUR: कोल्हान विश्वविद्यालय की तीसरे युवा महोत्सव का रंगारंग आगाज मंगलवार को राजेंद्र विद्यालय के सभागार में हुआ। जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डा। डीपी शुक्ला ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत के विभागाध्यक्ष डा। प्रसूनदत्त सिंह ने किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डा। आरपीपी सिंह ने कहा कि महाविद्यालय का कार्य सिर्फ छात्रों को ज्ञान देना नहीं बल्कि छात्रों का सर्वागीण विकास होना चाहिए। छात्रों के चारित्रिक व आध्यात्मिक विकास के साथ उन्हें सर्वसंपन्न नागरिक बनाना महाविद्यालयों का फर्ज है। इससे प्रोफेसरों को दूर नहीं भागना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा ही देश व राज्य के भविष्य हैं। इसके बावजूद राज्य में आज तक युवा नीति नहीं घोषित हो पायी। युवा नीति से युवाओं का विकास हो सकता है। किसी भी देश, विदेश या राज्य का विकास युवा नीति के बगैर नहीं हो सकता। कुलपति ने कहा कि यह देश युवाओं का देश है। इस कारण युवाओं पर समाज को सुधारने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। भारत अमीर है, इसके बावजूद भारतीय गरीब हैं। दरअसल गुणवत्तापूर्ण श्रम के अभाव में हम पीछे हैं। हम आज की युवा शक्ति को सही राह दिखायें, वरना हम बर्बाद हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि कोल्हान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस उन्हें मंच प्रदान करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्तर पर हमारे छात्र अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कारण देश के दूसरे विश्वविद्यालयों की नींद उड़ गई है। अभी हाल में राष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले छात्र को पटियाला विश्वविद्यालय ने ऑफर दिया था। पटियाला विश्वविद्यालय की ओर से इस छात्र को तीन लाख रुपये एकमुश्त तथा हर माह बीस हजार रुपये देने की कोशिश की गई, लेकिन चूंकि छात्र को माटी का प्रेम था, उसने पटियाला विश्वविद्यालय का यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। युवा नीति रहने से ऐसे छात्रों को लाभ मिलेगा। केयू के कुलपति ने अंतिम में युवाओं में जोश का संचार करते हुए यह पंक्ति सुनायी। अभी से मत पूछो मेरी मंजिल कहां है, अभी तो चलने का इरादा किया है, न हारे हैं न हारेंगे कभी। ये खुद से वादा किया है। कार्यक्रम को कोल्हान विश्वविद्यालय डीएसडब्ल्यू डा। पद्मजा सेन ने भी संबोधित किया।

युवाओं को पैरवी नहीं समान अवसर चाहिए : कुणाल

राजेंद्र विद्यालय सभागार में कोल्हान विश्वविद्यालय के तीसरे युवा महोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बहरागोड़ा के झामुमो विधायक कुणाल षड़ंगी ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। युवा परिवर्तन की जिम्मेदारी लें। बेहतर झारखंड और बेहतर भारत का निर्माण युवा ही कर सकते हैं। आज के युवाओं को पैरवी नहीं, बस उन्हें सिर्फ समान अवसर दें। वे मंजिल खुद ढूंढ लेंगे। उन्होंने कहा कि इंसान दो तरह के होते हैं एक सफल इंसान, दूसरा अच्छा इंसान। सफल इंसान अच्छा इंसान नहीं बन सकता लेकिन अच्छा इंसान जरूर सफल हो सकता है। युवा समाज में अपने उत्तरदायित्व को समझें। वह बहती धारा के विपरीत चलने का प्रयास करें तो उन्हें कामयाबी भी मिलेगी और शोहरत भी।

भारतीय संस्कृति व परंपरा को न भूलें युवा : सहिस

कोल्हान के तीसरे युवा महोत्सव को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जुगसलाई के आजसू विधायक रामचंद्र सहिस ने कहा कि युवा ही देश के कर्णधार हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों के कॉलेजों के पठन-पाठन पर भी ध्यान दें। कोल्हान का देश भर में डंका बजता है। फ्0 प्रतिशत से अधिक रॉयल्टी यहीं से भारत सरकार उगाही करती है। इसके बावजूद यहां के लोग गरीब हैं। युवाओं से उन्होंने आग्रह किया कि वे भारतीय संस्कृति व परंपरा को कभी न भूलें क्योंकि यही हमारी पहचान है।