CHAIBASA: मुरारी बापू के प्रवचन अब कॉलेजों के क्लास रूम में सुनाई देंगे। छात्रों को अनुशासनात्मक जीवनशैली एवं नैतिक मूल्यों से परिचित कराया जाएगा। राज्य के सभी विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में अब आध्यात्म एवं नैतिक मूल्यों पर आधारित कक्षाएं लगेंगी। छात्र-छात्राओं को नैतिक शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से कोल्हान विश्वविद्यालय सहित राज्य सरकार के तमामच्उच्च शिक्षण संस्थानों में नई व्यवस्था लागू की जा रही है। राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू की ओर सेच्उच्च शिक्षण संस्थानों में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने की अपील के बाद यह व्यवस्था की जा रही है।

सभी कॉलेजों को पत्र

कोल्हान यूनिवर्सिटी की ओर से सभी कॉलेजों को पत्र जारी कर कहा गया है कि हर माह-दो माह पर आध्यात्मिक कक्षाएं आयोजित की जाएं। इसमें विभिन्न क्षेत्रों की गणमान्य लोगों को महाविद्यालयों में आमंत्रित कर छात्रों को नैतिकता का पाठ पढ़ाया जाए। कुलाधपति के साथ हुई विवि कुलपतियों की बैठक में तय किया गया है कि राज्य के सभीच्उच्च शिक्षण संस्थाओं में नये सत्र से नैतिक शिक्षा का एक पेपर रखा जाएगा। यह सभी के लिए अनिवार्य होगा। इसके लिए विवि एक साथ मिलकर पाठ्यक्रम बनाएंगे। नई व्यवस्था लागू होने में लगने वाले लंबे समय को देखते हुए फिलहाल कॉलेजों में नैतिकता पर अलग-अलग सत्र आयोजित होंगे।

नैतिक शिक्षा युवा पीढ़ी की सबसे बड़ी जरूरत है। इसके मद्देनजर सभी कॉलेजों में आध्यात्मिक एवं नैतिक कक्षाएं हर माह अथवा दो माह में एक बार आयोजित होंगी। इसमें गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया जा सकता है। नए सेशन से नैतिकता पर पाठ्यक्रम शुरू होगा।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू