-काशी को निहारने आया जापानी दल

-लोकल एडमिनिस्ट्रेशन व मेयर के साथ मुलाकात कर जाना शहर का हाल

-ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने, हेरिटेज प्लेस को संरक्षित करने को हुई चर्चा

-भ्रमण के बाद दल तय करेगा कैसे क्योटो बनेगी काशी

VARANASI : काशी को क्योटो बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र के सपने को पूरा करने जापानी सदस्यों का दल गुरुवार को बनारस पहुंचा। दल ने रायफल क्लब में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स के साथ मीटिंग की। शहर के लोगों को ट्रैफिक, साफ-सफाई, सीवरेज जैसी बेसिक नीड्स को उच्च तकनीक एवं बेहतर तरीके से मुहैया कराने के लिए डीएम प्रांजल यादव ने जापानी दल के साथ विचार-विमर्श किया। नगर निगम में मेयर से मुलाकात के बाद डेवलपमेंट वर्क के बारे में जाना। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट और पम्पिंग स्टेशन को भी देखा। बनारस भ्रमण के बाद दल रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके आधार पर काशी को क्वोटो बनाने की रूपरेखा तैयार की जाएगी।

दिया हर सहयोग का भरोसा

जापानी दल में शामिल अकीयो इशोमाता और मी सांसे ने काशी को क्योटो की तर्ज पर डेवलप करने में हर तरह का सहयोग देने का भरोसा डीएम को दिया। रायफल क्लब में मीटिंग के दौरान कहा कि जब इंडिया का डेलिगेशन क्योटो आएगा तो उसे तकनीकी जानकारी अवेलेबल कराये जाने के साथ ही आवश्यक सुविधा प्रोवाइड कराई जाएगी। डीएम प्रांजल यादव ने सिटी के ट्रैफिक व्यवस्था को और सुधारने, हेरिटेज प्लेस को संरक्षित करने के क्योटो के तकनीक पर भी चर्चा की। बनारस की सड़कों को होर्डिग से मुक्त कराने की नीति पर बात की ताकि काशी के पौराणिक और ऐतिहासिक दृश्य को टूरिस्ट्स आसानी से देख सकें।

टूरिस्ट्स की सुविधा पर हुई चर्चा

डीएम ने जापानी दल को बताया कि शहर में ऐसे तमाम पुरातात्विक महत्व के भवन और स्थल हैं जो हेरिटेज के रूप में घोषित नहीं हैं। उन्हें संरक्षित रखने की दिशा में भी क्योटो के तकनीक पर चर्चा हुई। क्योटो शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए कौन सी टेक्निक अपनायी जा रही है। इसकी दल के सदस्यों से जानकारी ली गई। डीएम ने बनारस में आने वाले टूरिस्ट्स को बेहतर सुविधा कैसे मुहैया करायी जा सकती है इस पर भी चर्चा की। इसके अलावा गंगा घाटों के विस्तार व सुंदरीकरण की योजनाओं पर विचार विमर्श किया गया। मीटिंग में डीएम के साथ एसएसपी जोगेन्द्र कुमार, नगरआयुक्त उमाकान्त त्रिपाठी, एडीएम सिटी विंध्यवासिनी राय समेत कई डिपार्टमेंट्स के ऑफिसर्स मौजूद रहे।

देखा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

जापानी प्रतिनिधिमंडल नगर निगम में मेयर रामगोपाल मोहले से भी मिला। उनसे शहर की संरचना के बारे में विस्तार से जानकारी कलेक्ट की। डेवलपमेंट के संबंध में समझौते पर दस्तखत की तैयारी की.यह भी जानने की कोशिश की गई कि शहर के विकास के लिए किन योजनाओं के तहत काम हो रहा है। जापानी दल ने दीनापुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। मेम्बर्स ने चौकाघाट और सरैया स्थित पंपिंग स्टेशन को देखा। जापान ने क्योटो की तर्ज पर काशी के विकास की तकनीक तैयार कर ली है। इतना ही नहीं जापानी दल ने भरोसा दिया कि आगामी अप्रैल माह में जब भारतीय दल क्योटो के दौरे पर जाएगा तो काशी के विकास की तकनीक जो तैयार की गई है उसे सौंपा जाएगा।

दल में शामिल हैं एक्सप‌र्ट्स

बनारस आए जापानी दल के मेम्बर्स अपने-अपने फील्ड के एक्सपर्ट हैं। भारत में मौजूद जापानी दूतावास के अधिकारी आइसो माटा सिटी डेवलपमेंट के एक्सपर्ट हैं। काउंसलर हिरोयुकी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के टेक्निकल एक्सपर्ट हैं। क्योटो यूनिवर्सिटी के पर्यावरण फैकल्टी के डीन प्रो। फूजी और प्रोफेसर राजीव शॉ भी दल में हैं। दल के साथ हेरिटेज सिटीज की डायरेक्टर शुभा ठाकुर भी हैं।