- मेडिकल व इंजीनियरिंग के एंट्रेंस में अच्छी तैयारी के साथ जरूरी है प्लैनिंग
- अच्छी स्ट्रेटजी और प्लैनिंग से कोई भी स्टूडेंट पा सकता है बेहतर रिजल्ट
VARANASI: किसी भी एग्जाम में सफल होना सिर्फ सब्जेक्ट को पूरा तैयार करने पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि उतनी ही एग्जाम के प्लैनिंग, मनोदशा, शारीरिक सहायता व वातावरण पर भी निर्भर करता है। आने वाले दिनों में इंजीनियरिंग और मेडिकल के तमाम एंट्रेंस एग्जाम होने हैं। इन एग्जाम में बहुत से ब्रिलिएंट स्टूडेंट्स उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। जबकि एवरेज स्टूडेंट्स उम्मीद से कहीं बेहतर कर जाते हैं। क्यों? प्लैन के साथ तैयारी करने के कारण। आई नेक्स्ट एक्सपर्ट्स से बातचीत के जरिये ये पता करने की कोशिश की अच्छी प्लैनिंग में क्या-क्या हो सकता है। आप भी देखिये कैसे करें अपने एंट्रेंस की बेहतर तरीके से तैयारी
एग्जामिनेशन टेम्पारेमेंट
-एग्जाम से पहले जितने दिन शेष बचे हैं कम से कम उतने पेपर की तैयारियां घर पर जरूर कर लें।
-लगभग दो घंटे तक पेपर का अभ्यास घर पर करें।
बॉडी क्लॉक
-जिस दिन एग्जाम हो उसी दिन घर पर मॉडल पेपर का अभ्यास तीन घंटे तक करें।
-इससे आपके दिमाग पर स्ट्रेस कम पड़ेगा।
बॉडी फील्ड
-एग्जाम रूम में इंट्री करते ही अपनी सीट सर्च कर बैठ जाएं। फालतू में इधर उधर न भटकें।
-पेपर मिलने पर बिल्कुल न घबराएं।
बॉडी कम्फर्ट
-एग्जाम के दिन अपने पहनावे में बदलाव बिल्कुल नहीं लाएं।
-जिस ड्रेस में एग्जाम देना है उसी ड्रेस को पहनकर जाएं।
बॉडी हैबिट्स
-घर पर अभ्यास करते समय उन सभी चीजों को वैसे ही प्रयोग में लाएं जैसे कि आपको एग्जाम में करना है।
-एग्जाम में पानी बोतल, घड़ी, पेन, पैंसिल, बॉक्स वही यूज करें जो घर पर अभ्यास के दौरान किए हों।
-इससे आपके दिमाग में कम स्ट्रेस पड़ेगा और घबराहट भी कम होगी।
मेंटल स्टेट्स
-दिमाग पर स्ट्रेस न पड़े इसके लिए आपको ठंडे दिमाग से एग्जाम देना होगा।
-हर एक क्वेश्चन के प्रति पॉजिटिव सोच रखें।
कॉन्फिडेंस
-एग्जाम पूरे कॉन्फिडेंस से दें।
-यह मानकर चलें कि जितने क्वेश्चन आप से हल नहीं हो पा रहें हैं वे काफी कठिन है और वह किसी से भी सॉल्व नहीं हो रहे होंगे।
-जिस क्वेश्चन का आंसर पहले आ रहा हो उसे सबसे पहले सॉल्व करें।
राउंड
-क्वेश्चन पेपर दो राउंड में करना चाहिए।
-जिस तरह के क्वेश्चंस आपने पहले कभी न देखे हों उन्हें फर्स्ट राउंड में ही छोड़ दें
-जिन क्वेश्चंस के ऑप्शन बड़े-बड़े हो उन्हें पहले राउंड में छोड़ देना चाहिए।
-आपका स्ट्रॉन्ग सब्जेक्ट चाहे जो भी हो लेकिन पहले राउंड में केमिस्ट्री के क्वेश्चंस सॉल्व करने चाहिए।
-इनॉरगैनिक पार्ट खोज-खोजकर पहले करना चाहिए फिर फिजिकल करना चाहिए।
-फर्स्ट राउंड में यह कोशिश करनी चाहिए कि केमिस्ट्री को तीस मिनट, मैथ को ब्म् मिनट व फिजिक्स को ब्भ् मिनट दिए जाएं।
लास्ट मोमेंट स्टडी
-लास्ट टाइम में तीन दिन पहले मैथ, फिजिक्स अधिक व केमिस्ट्री कम पढ़ना चाहिए। लेकिन अंतिम दो दिन केवल इनऑरगैनिक केमिस्ट्री ही पढ़नी चाहिए।
एक्सपर्ट्स सेज
किसी भी एंट्रेंस एग्जाम में तैयारी का बहुत महत्व है। यही सही तरीके से प्लैनिंग की जाए। अपना कॉन्फीडेंस लेवल अच्छा रखा जाए। उन चीजों को मिनिमाइज कर लिया जाए जो आपको डिस्टर्ब कर सकते हैं तो आप कहीं बेहतर रिजल्ट पाएंगे। सेलेबस के साथ एक अच्छी स्ट्रेटजी ही आपको अच्छे रिजल्ट दे सकती है।
- बृजेश सिंह, डायरेक्टर, एल-क् कोचिंग