RANCHI : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सुरक्षा को लेकर पुलिस कितनी मुस्तैद है, इसकी बानगी शनिवार को देखने को मिली। झारखंड मुक्ति मोर्चा के मिलन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीब एक युवक हथियार के साथ पहुंच गया था। कुछ देर बाद जब वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों की नजर उस युवक पर गई तो उसे वहां से भगा दिया गया। समारोह में पार्टी सुप्रीमो और सांसद शिबू सोरेन समेत राज्य के विभिन्न इलाकों से आए पार्टी वर्कर्स मौजूद थे।

इस तरह पकड़ा गया युवक

शनिवार को लालपुर थाना एरिया के संगम बैंक्वेट हॉल में झामुमो का महासम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में कई जिलों से पार्टी के वर्कर्स आए हुए थे। सीएम हेमंत सोरेन खुद इन वर्कर्स का स्वागत कर रहे थे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री के करीब एक युवक जाकर खड़ा हो गया। युवक के पास हथियार भी था। मिलन समारोह का कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों की नजर जब मुख्यमंत्री के करीब युवक पर गई तो उसके पास हथियार होने की बात सामने आई। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की नींद खुली और उन्होंने युवक को मुख्यमंत्री के पास से हटा दिया।

सीएम की सुरक्षा में लापरवाही का जिम्मेवार कौन ?

मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में चूक बड़ा मामला है। सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के बीच हथियार लेकर युवक का मुख्यमंत्री के करीब पहुंच जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। आखिर सीएम की सुरक्षा में सेंधमारी के लिए कौन जिम्मेवार है? अगर वह किसी माननीय का बॉडीगार्ड था तो उसे समारोह में मुख्यमंत्री के करीब आने की इजाजत किसने दी। इसके अलावे बॉडीगार्ड सिविल ड्रेस में क्यों था? नियम के मुताबिक, जो बॉडीगार्ड होते हैं, उन्हें ड्रेस में रहना है, लेकिन युवक को बॉडीगार्ड बताकर पुलिस सुरक्षा में हुई चूक से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है।

बबलू टाइगर का बॉडीगार्ड

झामुमो के मिलन समारोह में मौजूद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीब हथियार के साथ पहुंचने वाले युवक की पहचान बॉडीगार्ड के रूप में हुई है। वह झामुमो के बबलू टाइगर का बॉडीगार्ड है, पुलिस छानबीन में यह बात सामने आई है।