- विभाग की नर्सरी में छायादार वृक्षों के पौधों की हो गई है कमी

- उद्यान विभाग समेत प्राइवेट नर्सरी से पौधे लेकर होगा टारगेट पूरा

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BAREILLY:

एक दिन में प्रदेश में 5 करोड़ पौधे लगाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का सपना देख रही प्रदेश सरकार की योजना बरेली में फ्लॉप होने की संभावना है। दरअसल, वन विभाग की नर्सरी में लगाए जाने वाले छायादार पेड़ों के पौधों की कमी हो गई है। जिसके लिए अधिकारियों ने उद्यान विभाग समेत प्राइवेट नर्सरियों से भी मदद मांगी है। ताकि पौधों की कमी न हो। वहीं वनाधिकारी जुलाई में होने वाले पौधरोपण के लिए पौधारों की संख्या पूरी करने का दावा कर रहे हैं।

अधूरी तैयारी पर पूरा दावा

पौधों को लगाने के बाबत शासन ने मार्च में डीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर संबंधित विभागों को तैयारी के निर्देश दिए थे, लेकिन लंबे अंतराल होने से पौधरोपण के विभाग निर्देश के बाद शांत बैठ गया। उन्होंने वन विभाग से पौधे, गड्ढे और अन्य तैयारियों के बात कोई सुझाव नहीं लिया। न ही वन विभाग ने ही अपनी कोई जिम्मेदारी निभाई। जिले में 4.5 लाख पौधे लगाए जाने हैं। इसमें भी महज छायादार वृक्षों के पौधे ही लगाने के निर्देश हैं। प्राइवेट नर्सरियों में फलदार और फूलदार पौधों की संख्या लाखों में है पर छायादार पौधों की संख्या सीमित है।

प्राइवेट नर्सरी करेंगी सहयोग

वन विभाग की सभी तहसीलों में तकरीबन 20 नर्सरी हैं। इनमें छायादार पौधों की उपलब्धतता करीब 3 लाख है। जबकि शेष 1.5 लाख पौधों के लिए वन विभाग ने उद्यान विभाग से सहयोग करने को कहा है। इसके बावजूद पौधों की कमी की आशंका के चलते प्राइवेट नर्सरियों से भी छायादार वृक्षों के पौधे सहेजने का निर्देश दिया गया है। इसमें शीशम, बबूल, अशोक, बरगद, गूलर, पीपल, नीम के पौधे लगाए जाने हैं। सर्वाधिक करीब 2.5 लाख पौधे वन विभाग लगवाएगा। वहीं, अन्य 8 विभागों को 3 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है।

वन विभाग की नर्सरी के हाल

- जुलाई में शासन के निर्देश पर एक दिन में विभागों के सहयोग से जिले में लगाए जाने हैं

- नर्सरी में फलदार और फूलदार पौधे तो हैं लेकिन छायादार पौधों की संख्या तकरीबन 3 लाख तक ही है।

- 4.5 लाख के टारगेट को पूरा करने में 1.5 लाख पौधों की कमी उद्यान विभाग और प्राइवेट नर्सरी करेंगे पूरा।

- पौधों की ऊंचाई 4 फीट से 8 फीट होनी चाहिए। तीन माह की समयावधि में ऊंचाई प्राप्त करना मुश्किल है।

विभाग की नर्सरी समेत उद्यान विभाग और प्राइवेट नर्सरी से पौधे लिए जाएंगे। प्रदेश सरकार का सपना साकार करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।

धर्म सिंह, डीएफओ