जुदा था अंदाज

कंधे पर बड़ा-सा गन लटकाए शहर के एक मशहूर फूड चेन में एक स्मार्ट सी लड़की रात के एक बजे दो अन्य साथियों के साथ घुसती है। पिछले दरवाजे से घुसने के दौरान गार्ड रोकता है, तो उसे गालियां देती हुई बंदूक की बट से वार कर देती है। जख्मी गार्ड वही गिर पड़ता है। अंदर घुसने पर पांच स्टाफ मिलते हैं, जो हथियार देखते ही शांत पड़ जाते हैं।

Aish ऐश के लिए लूट लिया Domino's का cash

कंधे पर बड़ा-सा गन लटकाए शहर के एक मशहूर फूड चेन में एक स्मार्ट सी लड़की रात के एक बजे दो अन्य साथियों के साथ घुसती है। पिछले दरवाजे से घुसने के दौरान गार्ड रोकता है, तो उसे गालियां देती हुई बंदूक की बट से वार कर देती है। जख्मी गार्ड वही गिर पड़ता है। अंदर घुसने पर पांच स्टाफ मिलते हैं, जो हथियार देखते ही शांत पड़ जाते हैं।

चाभी छीनकर लूट लिए 2,70,000 रुपए

सभी को कब्जे में लेकर गल्ले की चाभी छीनकर उसमें रखे 2,70,000 रुपए लूट लेती है। यह घटना एग्जीबिशन रोड स्थित डोमिनोज पिज्जा में 14 की देर रात घटी। इस संबंध में 15 अप्रैल को वहां के सीनियर असिस्टेंट मैनेजर सुवेन्दु नाटा ने तीन अज्ञात लोगों पर गांधी मैदान थाने में एफआईआर दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने इंवेस्टिगेशन शुरू कर दिया। 18 घंटे के अंदर अंशु के अलावा उसके दो अन्य साथी भी दबोच लिए गए। इनके साथ ही लूटे गए 2,36200 रुपए भी बरामद कर लिए गए।

पहली लेडी डॉन है भाई

कई तरह के क्राइम में गल्र्स और लेडीज की इंवाल्वमेंट होती है, पर इस वारदात को देखकर तो पुलिस वाले भी मानते हैं कि यह पहली घटना है, जिसमें लड़की एक बजे रात में पीओ (प्लेस आफ ऑक्रेंस ) पर रही और खुद लोगों को आम्र्स के बल पर धमका रही थी। हमले कर रही थी और टीम की लीडर बनी हुई थी। आराम से लूट को अंजाम देने के बाद वह अपने साथियों के साथ बाइक से फरार भी होती है।

पर, है कांफिडेंट

अंशु बात तो ऐसे करती है, जैसे उसे किसी का डर ही नहीं। जो किया उसका उसे कोई अफसोस नहीं है। उसे पैसे की जरूरत थी, पर कहां खर्च करे वह भी उसे समझ में नहीं आ रहा था। उसके हिस्से में आए सारे पैसे उसके पास से जब्त भी हो गए। फर्राटेदार बोल रही अंशु ने बताया कि वह पटना के एक कॉलेज से बीकॉम फाइनल ईयर कर रही है। यहां तक कि जहां से डोमिनोज वाले ने लूट की रकम 2 लाख 70 हजार बताई, जबकि वह कह रही थी कि वे झूठ बोलते हैं, जो लूटा वह सामने है। एक रुपए इधर-उधर नहीं हुए हैं। जिसे जो बोलना है, बोलता रहे। उसकी ऐसी बात सुनकर सब दंग थे।  

तीनों कभी वहीं के स्टाफ थे

पुलिस ने अंशु के अलावा उसके साथी मो। अकिल हैदर और बरत विकास को गिरफ्तार किया है। ये तीनों डोमिनोज में काम कर चुके हैं। अंशु और अकिल की गहरी दोस्ती है। अंशु सिपारा बेऊर की रहने वाली है, जबकि मो। अकिल नया टोला फुलवारीशरीफ में रहता है। इनका शातिर साथी बरत विकास मंगल अखाड़ा काली मंदिर के पास, मालसलामी में रहता है। पुलिस ने पहले बरत विकास को गिरफ्तार किया, तब अंशु की अरेस्टिंग हो सकी।

पहचान छिपाने की पूरी कोशिश

इन लोगों ने पहले वहां काम किया था, सो वहां की पूरी जानकारी थी उन्हें। पहले घुसते ही सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया। यहां तक कि रिकार्डिंग करने वाले बॉक्स को भी लेते गए और फेंक दिया, जिसे पुलिस अबतक बरामद नहीं कर सकी है। सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि इस केस को 18 घंटे में सुलझा लिया गया है। इसमें मोबाइल का यूज नहीं किया गया था, साथ ही सीसीटीवी को तोड़कर पहचान छिपाने की पूरी कोशिश की गई थी। इस कांड के उद्भेदन में जो आफिसर्स शामिल हैं, उन्हें रिवार्ड दिया जाएगा।

Obtained

कैश - 2 लाख 36 हजार रुपए

पिस्टल -1

गोली-1

बाइक - 1

मोबाइल फोन- 3

और ऐसे फंस गए जाल में

ये अपना चेहरा बांधकर घुसे थे और लूटपाट के दौरान सिर्फ इशारों में ही बात की। न तो वहां के स्टाफ से कुछ बोल रहे थे और न ही अपने में। चुपचाप अपना काम कर रहे थे। उनकी ऐसी हरकत से तो बंधक बने लोग भी सोच में पड़ गए। पुलिस भी इंफॉर्मेशन मिलने के बाद जब पहली बार वहां पहुंची, तो लुटेरों के बारे में सुनकर शक हो गया कि वे लोग जरूर यहां के जाने-पहचाने हैं।

हाव-भाव पर बनी लिस्ट

तीनों का बॉडी लैंग्वेज देखकर आठ-दस लोगों की लिस्ट बनी, जो इनकी तरह लगते हैं। काफी वर्कआउट के बाद पुलिस ने ऐसे लोगों से पूछताछ शुरू की। इस लिस्ट में बरत विकास का भी नाम था, जो सबसे पहले पुलिस के हाथ लगा। पूछताछ के बाद उसने कबूल किया कि वह भी इस कांड में शामिल था। उसकी निशानदेही पर अंशु और मो। अकिल हैदर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों मॉल में घूम रहे थे। पुलिस की मानें, तो अंशु का ब्वॉयफ्रेंड है अकिल। घटना को अंजाम देने के दिन भी अंशु ने अपने घरवालों से कहा था कि दोस्त की बर्थडे पार्टी में जा रही है। हालांकि वह जानती थी कि रात में नहीं लौटेगी।

ऐसे किया बंटवारा

अंशु का हिस्सा-94700 रुपए

बरत विकास - 68500 रुपए

अकिल हैदर -73000 रुपए

पॉकेट मनी के चक्कर में बन रहे अपराधी

पॉकेट मनी के चक्कर में आजकल यूथ गलत काम करने को भी तैयार हैं। उन्हें नए जमाने की हर चीजें चाहिए। घरवालों की स्थिति वैसी नहीं होती कि वे उनकी सारी जरूरतों को फुलफील कर सकें। ऐसे में वे कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। पैसे मिलते हैं और फिर उन्हें अपने दोस्तों के साथ उड़ाने में मजा आता है।