- महमूरगंज गिरिनगर कॉलोनी में सास और बहू की गला रेतकर हुई हत्या के मामले में शक की सुई घर के ही मेम्बर पर

- स्पॉट पर मिले हैं एक लेडीज जूती और एक जेंट्स जूतों के निशान, घर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ थे हत्यारे

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भेलूपुर थाना क्षेत्र के गिरिनगर महमूरगंज में शनिवार की रात सास-बहू की हत्या गला रेतकर नहीं बल्कि सिर पर भारी चीज से वार कर की गई थी। पीएम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि सिर पर इंजरी के चलते दोनों की मौत हुई है। वहीं जांच में पता चला है कि डबल मर्डर में सिर्फ हत्यारा नहीं बल्कि हत्यारिन भी शामिल थी। ये खुलासा शनिवार की रात मौका-ए-वारदात पर पहुंची फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद रविवार को हुआ है। टीम को उस घर के फ्लोर पर दो लोगों के पैरों के निशान मिले हैं। इनमें से एक निशान तो किसी जेंट्स के जूतों के हैं जबकि दूसरा निशान किसी लेडीज की जूती का है। जिसके बाद पुलिस की जांच अवैध संबधों की ओर घूम गई है। पुलिस ऑफिसर्स की मानें तो इस हत्या को अंजाम देने वाला घर का कोई है और उसने बड़ी ही सफाई से न सिर्फ घर में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया। बल्कि अपने बचने के लिए सबूत मिटाने की भी पूरी कोशिश की है।

पति से नहीं हुई पूछताछ

महमूरगंज में हुए दोहरे मर्डर के बाद पुलिस रविवार को मृतका कल्पना के पति और मृतका अन्नपूर्णा के बेटे अवनीश तिवारी से पूछताछ करने के लिए पुलिस परेशान रही। लेकिन पोस्टमॉर्टम हाउस पर मौजूद होने के कारण पुलिस उससे पूछताछ नहीं कर सकी। सीओ भेलूपुर राजेश श्रीवास्तव का कहना था कि शाम करीब छह बजे शव पीएम के बाद बाहर निकले और दाहसंस्कार को भेजे गए। इसलिए देर रात तक अवनीश से पूछताछ नहीं हो सकी।

सवाल हैं कई

- मौके पर पड़े खून को क्यों पोछा गया?

- जमीन पर मिले जूतों और जूती के निशान किसके हैं?

- अगर कोई बाहरी था तो कल्पना या उसकी सास ने दरवाजा क्यों खोला?

- घर से कोई लूटपाट नहीं हुई तो हत्या का मकसद क्या था?

- आस-पास के लोगों ने भी घर से कोई चीखने-चिल्लाने की आवाजें नहीं सुनी

-किसी से कोई झगड़ा नहीं था तो क्यों हुई हत्या?

पति के तानों से थी पत्‍‌नी परेशान

इस पूरे प्रकरण में पति अवनीश की भूमिका काफी संदिग्ध है। उससे पूछताछ के लिए पुलिस लगी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि पत्‍‌नी और मां की हत्या के बाद भी अवनीश का व्यवहार बड़ा ही नॉर्मल है जो मामले को पेंचीदा बना रहा है। वहीं आस-पास के लोगों का कहना है कि शादी के कई सालों बाद भी घर पर कोई औलाद का न होना अवनीश को परेशान करता था। इस बात को लेकर उसका पत्‍‌नी से अक्सर झगड़ा होता था लेकिन उसकी मां अन्नपूर्णा बीच बचाव कर मामले में बहू का साथ देकर बेटे को शांत करा देतीं थीं। इंस्पेक्टर भेलूपुर का कहना है कि मामला अपनों के आस-पास घूम रहा है और पति से पूछताछ के बाद बहुत कुछ साफ होने की उम्मीद है।

कर्ज में डूबा है अवनीश

आस पास के लोगों के मुताबिक अवनीश कर्ज में डूबा हुआ था। कई बिजनेस करने के कारण उसने मार्केट से काफी रुपये ले रखे थे और इसे लौटाने के लिए उसके ऊपर काफी प्रेशर भी था। इसके लिए वो पत्‍‌नी को भी मायके से रुपये लाने का प्रेशर बनाता था।

फोन कॉल की चल रही है जांच

- अवनीश का फोन कॉल क्राइम ब्रांच चेक कर रही है

- अवनीश के मुताबिक शाम सात बजे वो अपनी ससुराल साले की एनिवर्सरी पार्टी में गया था

- इसी दौरान साढ़े सात बजे पत्‍‌नी कल्पना ने मायके फोन से बात भी की थी

- इसके बाद रात साढ़े नौ बजे अवनीश घर लौटा और मां पत्‍‌नी की लाश देखी

- लेकिन हत्या की सूचना पुलिस को साढ़े दस बजे रात में मिली

- जो अवनीश के घर पहुंचने से एक घंटे बाद की है