-प्लेटफार्म-7 पर बनाए गए एसी वेटिंग रूम और लिफ्ट का यात्रियों को नहीं मिल रहा फायदा

- दो महीने पहले ही ठेकेदार रेलवे ऑफिसर्स को कर चुका है हैंडओवर

-अब तक ऑपरेटर की नियुक्ति नही होने से वेटिंग रूम और लिफ्ट में लगा है ताला

KANPUR : स्वर्ण शताब्दी को प्लेटफार्म एक से प्लेटफार्म सात पर स्थानांतरित करने के बाद प्लेटफार्म में यात्री सुविधा बढ़ाने को लेकर रेलवे ने लाखों रुपए खर्च किए। इसके बावजूद वर्तमान में शताब्दी व अन्य ट्रेनों के यात्रियों को कोई सुविधा मुहैया नहीं हो रही है। प्लेटफार्म सात पर बने टीटीई रेस्ट रूम के एक हॉल का रिन्यूवल कर लाखों रुपए लगाकर एसी वेटिंग रूम बनाया गया था। जहां शताब्दी के यात्री ट्रेन की लेटलतीफी में आराम से बैठकर ट्रेन के आने का इंतजार कर सकें। साथ ही प्लेटफार्म में नई लिफ्ट भी लगाई गई थी। एसी वेटिंग रूम व लिफ्ट दो माह पूर्व ही पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसके बावजूद वर्तमान में यात्रियों को न तो लिफ्ट की सुविधा मिल रही है और न ही एसी वेटिंग रूम की।

वेटिंग रूम में लॉक, चाभी लापता

यात्री सुविधा के नाम पर प्लेटफार्म में लाखों रुपए खर्च होने के बाद संडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म सात पर शताब्दी के यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं की हकीकत देखने पहुंची, जहां प्लेटफार्म में बुजुर्ग व दिव्यांग यात्री की सुविधा के लिए लगाई गई लिफ्ट बंद पड़ी थी। प्लेटफार्म में बने एसी वेटिंग रूम में लॉक लगा हुआ था। वेटिंग रूम के बगल के कार्यालय में जब वेटिंग रूम की चाभी की जानकारी की गई तो कर्मचारी सही जवाब नहीं दे पाए।

बंद पड़े हैं लिफ्ट के दरवाजे

सेंट्रल स्टेशन सीटीएम डॉ। जितेन्द्र सिंह से लिफ्ट शुरू न होने की जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि ऑपरेटर न होने की वजह से लिफ्ट बंद पड़ी है। मुख्यालय से लिफ्ट ऑपरेटर की मांग की गई थी। अभी तक ऑपरेटर स्टेशन में कार्यरत नहीं किया गया है। मुख्यालय में ऑपरेटर्स की नियुक्ति की जा रही है। जल्द ही स्टेशन में लिफ्ट ऑपरेटर तैनात होते ही लिफ्ट की सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी।

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प्लेटफार्म 7 में बढ़ाई गइर् सुविधाएं

-एसी वेटिंग रूम

-लिफ्ट

-नया टीन शेड

-आधुनिक टॉयलेट

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सेंट्रल स्टेशन में लगातार यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। प्लेटफार्म सात में बना नया एसी वेटिंग रूम व लिफ्ट ऑपरेटर की कमी के चलते बंद पड़े हैं। जल्द ही इन्हें शुरू कर दिया जाएगा।

-अमित मालवीय, पीआरओ, इलाहाबाद मंडल