- निगम को नहीं पता उसके पास है कितनी जमीन

- क्षेत्र विस्तार के लिए ग्राम पंचायतों की जमीन चाहता है निगम

- निगम की 70 फीसदी जमीनों पर हो चुका है कब्जा

DEHRADUN: दून नगर निगम की जमीनों पर लगातार कब्जा होता जा रहा है और दूसरी तरफ नगर निगम अपना क्षेत्र विस्तार करने के लिए ग्राम पंचायतों की जमीनों पर नजरें जमाए है। दूसरी आश्चर्य की बात तो ये है कि निगम को यह भी नहीं पता कि उसकी मिल्कियत कहां-कहां है और निगम की जमीनों पर कितने कब्जे हैं। बताया जाता है कि निगम की 70 प्रतिशत जमीनों पर कब्जा है, ऐसे में निगम कब्जा हटवाने के बजाय निगम का सीमा विस्तार क्यों करना चाहता है, ये बड़ा सवाल है।

अपनी मिल्कियत से बेखबर निगम

नगर निगम के नायब तहसीलदार नरेश चन्द्र नौटियाल की मानें तो निगम म्ब् स्क्वायर किलो मीटर में बसा हुआ है। इस एरिया में लाखों घर और कॉमर्शियल हाउस, सड़कें, नहरें और सरकारी बिल्डिंग्स हैं। लेकिन यह इसका अनुमान उन्हें भी नहीं है कि निगम के पास कहां-कहां और कुल कितनी जमीन है।

मलिन बस्तियों का भी नहीं रिकॉर्ड

नगर निगम की जमीनों पर बसाई गई क्ख्9 बस्तियों के ब्0 हजार परिवारों का रिकॉर्ड भी नगर निगम के पास नहीं है। हालांकि निगम द्वारा कुछ समय पहले इन बस्तियों से टैक्स वसूला जाता था। पिछली सरकार ने मलिन बस्तियों को मालिकाना हक देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक मामला अधर में है और ये बस्तियां भी अवैध हैं।

फ्00 मुकदमे कोर्ट में

निगम से मिली जानकारी के मुताबिक निगम की जमीनों पर हुए कब्जों को लेकर करीब फ्00 मुकदमे कोर्ट में चल रहे हैं। कई जमीनों पर तो पक्के निर्माण भी किये गए हैं। कोर्ट में निगम की कमजोर पैरवी के चलते मुकदमों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

अफसरों के गोल-मोल जवाब

निगम की जमीनों पर कब्जे को लेकर निगम का कोई भी अधिकारी साफ-साफ जानकारी नहीं देता। गोल-मोल जवाब देकर बात टाल दी जाती है। कब्जों को लेकर कब तक स्थिति साफ होगी ये फिलहाल नहीं कहा जा सकता।

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ऐसे तो अनुमान लगाना मुश्किल है कि निगम के पास कितनी जमीन है। ये भी बताना मुश्किल है कि निगम की कितनी जमीनों पर कब्जा है। इसके लिए अलग से सर्वे करना होगा।

नरेश चन्द्र नौडियाल, नायब तहसीलदार, नगर निगम।

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