RANCHI : ट्यूटर विवेक को पहले गला दबाकर मार डाला और फिर फंदे से लटका दिया था। हत्या को आत्महत्या बताने की यह साजिश अपराधियों ने रची थी। लापुंग थाना एरिया में 15 अप्रैल को विवेक का शव मिला था। विवेक के परिजनों ने पड़ोसी बिरसा स्वांसी और बजरंग साहू पर हत्या का आरोप लगाया है। इस बाबत उन्होंने मंगलवार को रूरल एसपी राजकुमार लकड़ा से मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। रूरल एसपी ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

फरार हो गए थे आरोपी

विवेक की हत्या के बाद से ही पड़ोसी बिरसा स्वांसी और बजरंग साहू का परिवार घर में ताला लगाकर फरार हो गया था। लेकिन, इस मामले में पुलिस ने जब कोई एक्शन नहीं लिया तो वे वापस अपने घर लौट आए। परिजनों का आरोप है कि आरोपियों को बचाने का काम लापुंग पुलिस कर रही है। उन्होंने रूरल एसपी से इस मामले में आवश्यक हस्तक्षेप करने की मांग की है, ताकि गुनहगारों को पकड़ा जा सके।

झारखंड पुलिस में सेलेक्शन

विवेक साहू का सेलेक्शन झारखंड पुलिस में हो चुका था। वह मूल रूप से टांगरखेला गांव निवासी सतीश कुमार साहू का पुत्र था। लापुंग में वह अपने परिजनों के साथ किराए के मकान में रहता था। यहां वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था।

शादी के लिए पड़ रहा था दबाव विवेक के पास ट्यूशन के लिए एक नाबालिग छात्रा भी आती थी। एक दिन छात्रा के साथ बात करते विवेक को उसके परिजनों ने देख लिया था। छात्रा के परिजनों से धमकी मिलने के बाद विवेक ने उससे मिलना-जुलना छोड़ दिया था। इस बीच विवेक का सेलेक्शन झारखंड पुलिस में हो गया। ऐसे में छात्रा के परिजनों ने विवेक पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब विवेक ने उसके साथ शादी करने से इन्कार कर दिया तो उसकी हत्या कर दी गई।