-चार मार्च से स्कूलों में वोटिंग के लिए कराई जाएंगी कई प्रतियोगिताएं

- इस बार नगर निगम में नहीं बल्कि बाहर रहकर तैयार होगी स्मार्ट सिटी की डीपीआर

Meerut। मेरठ को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए गुजरात की सोफटेक कंपनी ने इस बार नगर निगम में नहीं बल्कि नगर निगम के बाहर डेरा डाल लिया है। कंपनी के चार कर्मचारियों ने स्मार्ट सिटी की डीपीआर बनाने काम शुरू कर दिया है।

नगर निगम में होता है व्यवधान

सोफटेक कंसलटेंट कंपनी ने पिछली बार नगर निगम में रहकर स्मार्ट सिटी की डीपीआर तैयार की थी। लेकिन इस बार नगर निगम में नहीं बल्कि निगम के बाहर रहकर डीपीआर बनाने का काम करेगी। कंपनी के कर्मचारियों की माने तो नगर निगम में काम करने से डिस्टर्बेशन होता है। इसीलिए इस बार नगर निगम के बाहर रहकर डीपीआर बनाने का काम करेंगे।

इस बार होगा आखिरी मौका

स्मार्ट सिटी यदि इस बार मेरठ का नाम नहीं आया तो फिर मेरठ स्मार्ट सिटी नहीं बन पाएगा। क्योंकि इस बार केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के लिए अंतिम सूची जारी की जाएगी। इससे पहले केंद्र सरकार ने तीन सूची स्मार्ट सिटी के लिए जारी की हैं। जिसमें से 60 शहरों का नाम की घोषणा की गई है। इस बार 40 शहरों की सूची जारी होगी।

स्कूलों में होगी प्रतियोगिताएं

स्मार्ट सिटी की वोटिंग कराने के लिए इस बार स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। बच्चों से इस संबंध में सुझाव भी मांगे जाएंगे।

कंपनी ने स्मार्ट सिटी का डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है। क्योंकि हमारे पास नगर निगम व अन्य विभागों के जरूरी फिगर व कागज हैं। जो कुछ कागज हमें चाहिए वह नगर निगम से कहकर उपलब्ध कराएंगे।

बीके पटेल मैनेजर सोफटेक कंसलटेंट कंपनी