- एक दर्जन से अधिक छात्रों को आईं गंभीर चोटें, एक छात्रा बेहोश होकर गिरी, एक का हाथ टूटा

- मूल्यांकन व ग्रेडिंग सिस्टम को लेकर स्टूडेंट्स कर रहे थे विरोध

KANPUR:

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के मूल्यांकन सिस्टम के खिलाफ विरोध कर रहे छात्रों पर बुधवार को पुलिसिया कहर टूट पड़ा। हंगामा कर रहे छात्रों को समझाने के बजाए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने सारी हदें पार करते हुए छात्राओं पर भी लाठियां भांजी। लाठीचार्ज में एक दर्जन से ज्यादा छात्रों को गंभीर चोटें आईं हैं। एक छात्रा लाठी लगने से बेहोश हो गई। वहीं पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज नहीं किया गया, सिर्फ हंगामा कर रहे छात्रों को लाठी पटक कर खदेड़ा गया।

मूल्यांकन सिस्टम का विरोध कर रहे छात्रों का गुस्सा बुधवार को भड़क गया। स्टबडेंट्स ने सुबह से ही यूनिवर्सिटी का मेन गेट बंद कर कैम्पस में विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसके साथ ही कैम्पस में सड़क जाम कर दी। जाम की वजह से यूनिवर्सिटी कैंपस का पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया। कुछ कर्मचारी स्टूडेंट्स से भिड़ गए, जिस पर बवाल हो गया और पुलिस ने लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया। लाठीचार्ज होते ही कैंपस में भगदड़ मच गई। पुलिस ने कई छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा। लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गई। कुछ छात्राओं को भी चोटें आईं, एक छात्रा बेहोश होकर वहीं सड़क पर गिर गई।

नेम प्लेट उतारकर

घायल छात्रों का कहना है कि वे साधारण तरीके से विरोध कर रहे थे। पुलिस ने वेवजह लाठीचार्ज कर दिया। छात्रों ने यह भी कहा कि पुलिसकर्मियों ने नेम प्लेट उतारकर लाठी चलाई। जिससे लगता है कि पुलिस ने पहले ही लाठी चलाने का प्लान बना लिया था। यूनिवर्सिटी में छात्रों के बवाल की सूचना पर कई थानों को फोर्स मौके पर पहुंच गया।

वीसी आकर बात करें

बुधवार सुबह कई कॉलेज के सैकड़ों स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचे वीसी से न्याय मांगा। स्टूडेंट्स ने जब देखा कि कोई बात नहीं सुन रहा है तो फिर यूनिवर्सिटी का मेन गेट बंद कर रोड जाम कर दिया। यूनिवर्सिटी कैंपस में रहने वाले स्टाफ के लोग परेशान हो गए। उनके बच्चे स्कूल से लौटे तो वह अंदर नहीं जा सके। एक बार परीक्षा नियंत्रक आर बी यादव स्टूडेंट्स से मिलने आए। जिनसे छात्रों ने बात करने से इंकार कर दिया। छात्र वीसी को बुलाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच एक छात्रा के अचेत होकर गिरने से छात्रों का गुस्सा और भड़क गया।

ऐसे बढ़ गया बवाल

शाम 4 बजते ही यूनिवर्सिटी के कर्मचारी घर वापस जाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच छात्र नेता राघवेन्द्र दुबे के साथ वीसी से बात करने चले गए। मेन गेट पर कुछ कर्मचारी स्टूडेंट्स से भिड़ गए। जिस पर दोनो पक्ष के विवाद हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के लाठी चार्ज कर दिया। जिसमें कि सर्वेन्द्र सिंह, सागर शुक्ला, प्रिंयका शर्मा, आशीष तिवारी, सूरज सिंह, रवि, शेफाली शर्मा, कायनात रफीक समेत एक दर्जन से अधिक स्टूडेंट्स लाठी पड़ने से घायल हो गए। छात्रा प्रियंका के हाथ में फ्रेक्चर बताया जा रहा है।

पुलिस बेवजह बीच में आ गई

जिस वक्त यूनिवर्सिटी कैम्पस में स्टूडेंट्स विरोध कर रहे थे, उस समय पुलिस बाहर खड़ी थी। जब कर्मचारियों से छात्र भिड़ने लगे तो पुलिस गेट खोलकर अंदर आ गई और छात्र छात्राओं पर लाठी लेकर टूट पड़ी।

पहले भी किया था प्रोटेस्ट

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के मूल्यांकन सिस्टम में इस बार जबरदस्त गलतियां मिल रही है। परीक्षकों ने बॉटनी के स्टूडेंट्स को जीरो नंबर तक दिए हैं। एएनडी कॉलेज, पीपीएन कॉलेज, डीएवी कॉलेज, डीबीएस कॉलेज के स्टूडेंट्स की एमएससी बॉटनी की कापियों का मू्ल्यांकन सहीं नहीं किया गया है। इस स्टूडेंट्स इस मुद्दे पर करीब दो वीक पहले विरोध कर यूनिवर्सिटी में धरना प्रदर्शन किया था। जिसके बाद वीसी ने स्टूडेंट्स से बात कर एक्सपर्ट की कमेटी गठित कर जांच कराने को कहा था।

मूल्यांकन पर उठाए सवाल

यूनिवर्सिटी का मूल्यांकन सिस्टम इस बार एमएससी बॉटनी में पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि डीएवी में बॉटनी के 183 स्टूडेंट्स हैं जिसमें कि 150 फेल हुए हैं। एएनडी कॉलेज में जुलॉजी की 70 स्टूडेंट्स एमएससी प्रीवियस में फेल हो गई है। इन स्टूडेंट्स को मा‌र्क्स 0 से 10 के बीच मिले हैं। इन सब्जेक्ट में कई कालेजों के सैकडों स्टूडेंट्स फेल हुए हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि मूल्यांकन सही तरीके से नहीं किया गया है। एएनडी कॉलेज की छात्रा दीक्षा कपूर की कापी चेक करने वाले परीक्षक ने तीन क्वैश्चन चेक नहीं किए। मा‌र्क्स कापी में 27 में दिए गए हैं लेकिन मार्कशीट में 24 नंबर दिए हैं। यह एक कापी का उदारहण है।

वेबसाइट पर भी खेल चल रहा

स्टूडेंट्स का आरोप है कि ऑनलाइन कापी दिखाने की प्रक्रिया रिजल्ट आने के दो महीने तक ही मान्य है। अगर दो महीने गुजर गए तो फिर छात्र अपनी कॉपी ऑन लाइन नहीं देख पाएंगे। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब भी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर इस प्रॉसेस को करने जाते हैं तो सिस्टम खुलता ही नही है। अगर शिकायत करो तो उसके लिए खुल जाएगा। सैकड़ों स्टूडेट्स परेशान चल रहे हैं। अपना सिस्टम यूनिवर्सिटी प्रशासन सुधारनी नहीं चाहती छात्रों को कटघरे में खड़ा कर दिया गया

'स्टूडेंट्स की शिकायत पर वीसी दो एक्सपर्ट की कमेटी बनाकर कापियां चेक करवा रहे हैं। कमेटी अपनी रिपोर्ट 15 दिन में देगी। स्टूडेंट्स को इस तरह से प्रोटेस्ट नहीं करना चाहिए। अगर उन्हें समस्या थी तो वह मुझसे मिलते। मूल्यांकन अगर गड़बड़ हुआ तो उसका समाधान किया जाएगा। लाठी चार्ज की जानकारी मुझे नहीं है.'

सय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार