- आवासीय योजना के लिए मिलेगी पर्याप्त लैंड

- 197 गांवों को एलडीए सीमा में शामिल, आर्थिक रूप से होगा मजबूत

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LUCKNOW: एलडीए को अब पर्याप्त लैंड मिलेगी, सोमवार को मास्टर प्लान 2031 की सहमति एलडीए बोर्ड से मिल गयी है। एलडीए की सीमा में 10,172.12 हेक्टेयर लैंड बढ़ेगी। शासन में मास्टर प्लान को हरी झंडी मिलने के बाद नयी आवासीय योजनाएं लांच करने के रास्ते आसान हो जाएंगे, हजारों लोगों को आवास मिलेंगे।

बढ़ी लैंड से लांच हो सकेंगी आवासीय योजनाएं

सीमा विस्तार से पर्याप्त लैंड मिलने के बाद एलडीए नये तरीके से क्षेत्र का विकास करेगा। एलडीए अभी तक 20578 हेक्टेयर एरिया तक है, जिसका मास्टर प्लान में आने के बाद 30750.12 हेक्टेयर तक विस्तार हो जाएगा। एलडीए के एरिया में 10172.12 हेक्टेयर का विस्तार होने के बाद नये तरीके से विकास होगा। मास्टर प्लान में 197 गावों को शामिल किया गया है, जिनकी आपत्तियां व सुझावों की रिपोर्ट बनाकर भेजा जा चुका है। मास्टर प्लान में मोहनलालगंज, सुल्तानपुर रोड, हरदोई रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों की सैकड़ों बीघे लैंड एलडीए को मिलेगी। एलडीए किसानों के साथ वार्ता करके नयी आवासीय योजना लाएगा, जिससे आवास की किल्लत कम हो जाएगी। हालांकि जानकारों की मानें तो अभी शासन में कई पेंच हैं, जिनका सामना मास्टर प्लान के पैरोकारों को करना होगा। नोटिफिकेशन के बाद मास्टर प्लान जमीन पर आ सकेगा।

विकसित क्षेत्र में बनेंगी जोनल सड़कें

अभी एलडीए मास्टर प्लान 2031 में जोनल रेगुलेशन डेवलपमेंट प्लान पर कार्य करेगा। इसमें जोनल सड़कें, पार्क, गहरे ड्रेनेज बनाई जाएंगी। सड़कों का उच्चीकरण किया जाएगा, महानगरों के मानकों के अनुरूप चौड़ी सड़कें बनेंगी। अभी एलडीए द्वारा विभिन्न इलाकों को जोनों में बांट रखा है, जिसमें 22 जोन हैं। वहीं मास्टर प्लान में यह जोन 38 हो जाएंगे।

लैंड पुलिंग सिस्टम से लेंगे लैंड

बढ़ी लैंड बैंक को लेने के लिए एलडीए लैंडपुलिंग सिस्टम का उपयोग करेगा। एलडीए विभिन्न एरिया के किसानों से वार्ता करेगा। एलडीए के सीटीपी जेएन रेड्डी पहले ही बता चके हैं कि नये अधिग्रहण कानून से मुआवजा देना होगा। किसानों की जमीनों का शहरी क्षेत्र का दो गुना और ग्रामीण क्षेत्र का चार गुना मुआवजा देय होगा। गौरतलब है कि पांच वर्ष से ज्यादा समय बीतने के बाद भी प्रबंधनगर का मामला फंसा हुआ है। यहां की 1100 हेक्टेएर भूमि कि सानों के मुआवजे को लेकर विवाद बना हुआ है।

फ्लैट और मकान बनाना होगा आसान

शासन से मास्टर प्लान की अनुमति मिलने के बाद एलडीए के कुल क्षेत्रफल की 48.06 प्रतिशत भूमि का भू-उपयोग आवासीय कर दिया गया है। इससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा मकान और फ्लैट मिल सकेंगे। मौजूदा समय में शहर 600 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो बढ़कर 1100 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। मास्टर प्लान में विस्तारित क्षेत्र का रोड नेटवर्क, मिक्स लैंड यूज और ग्रीन बेल्ट निर्धारित होगी।

मास्टर प्लान में आने के बाद एलडीए की सीमाओं में लैंड बैंक बढ़ जाएगी, लोगों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन आवासीय योजना लाने के लिए सारे नियम पूर्वत ही रहेंगे।

जेएन रेड्डी, मुख्य नगर नियोजक, एलडीए