-एनडीए सरकार के 3 वर्ष के कार्यकाल में नहीं हुआ अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न

-राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष मेरठ में, प्रेसवार्ता में खुलकर बोले

-सरकार और समुदाय के बीच में पुल का काम कर रहा है आयोग

मेरठ : पाक परस्त देश छोड़ दें। कश्मीर में बेशक आयोग सक्रिय नहीं है किंतु देश हित में आयोग की अपनी जिम्मेदारी है। कश्मीर में देश विरोध नारे लगाने वाले और नारे लगाने के लिए उकसाने वालों को धक्का देकर देश से बाहर कर देना चाहिए। ऐसे चंद लोगों के कारण ही आज समुदाय के लोग बदनाम हो रहे हैं। पाक परस्त लोगों का अब कौम में भी कोई सम्मान नहीं है। ऐसा कहना है राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गयूरुल हसन रिजवी का। मंगलवार को शहर पहुंचे रिजवी ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान तमाम सियासी मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी।

समुदाय को आगे बढ़ा रहा आयोग

मंगलवार की शाम सर्किट हाउस पहुंचे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने साफ किया आयोग सरकार और समुदाय को बीच पुल का काम कर रहा है। पिछले तीन सालों में अल्पसंख्यक समाज के लोगों के उत्पीड़न की शिकायतों में काफी कमी आई है। प्रदेश में हुई ¨हसक घटनाओं पर अध्यक्ष ने कहा कि अभी प्रदेश में नई सरकार है। कभी-कभी इस तरह की घटनाएं हो जाती है। योग दिवस पूर्व संध्या पर अध्यक्ष ने सभी से योग करने की अपील की और कहा कि हर मजहब ने अपने-अपने शब्दों में योग की महत्ता को बताया है। योग को समुदाय विशेष से जोड़ना गलत होगा। इसके अलावा ओम शब्द के उच्चारण को लेकर भी लोगों में कोई मसला नहीं होना चाहिए।

माहौल बिगाड़ रहे अलगाववादी

कश्मीर के हालात पर रिजवी ने कहा कि अभी आयोग का दखल वहां नहीं है। लेकिन पाक परस्त लोग घाटी का माहौल खराब कर रहे हैं। अलगाववादी वहां की आवाम को भड़काकर पत्थरबाज बना रही है तो वहीं लगातार माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को धक्के देकर देश से बाहर कर देना चाहिए। ऐसे चंद लोग देश में रहने वाले अन्य तमाम लोगों को बदनाम करते हैं। अल्पसंख्यक समुदाय अब ऐसे लोगों की सोच को सिरे से नकार रहा है। पत्रकार वार्ता के बाद अध्यक्ष शहर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल भी हुए।

वंदेमातरम को विरोध क्यों?

पिछले दिनों वंदेमातरम को लेकर मचे हंगामे के सवाल पर भी अध्यक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वंदेमातरम पर विवाद क्यों? सभी को अपनी मात्र भूमि से प्रेम और सम्मान करते हैं। बहुसंख्यक समाज के लोग वंदेमातरम कहते हैं तो अल्पसंख्यक को विरोध नहीं करना चाहिए।

शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड होगा भंग?

पिछली सरकार के शासन काल में अल्पसंख्यक समाज से जुड़ी तमाम योजनाओं में हुए घालमेल के सवाल पर अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार ने कई योजनाओं की जांच के निर्देश दिए हैं। अब शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड को लेकर भी शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। ऐसे में प्रदेश सरकार को बोर्ड को भंग करने का पूरा अधिकार है।

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रोजा इफ्तार में की शिरकत

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष के कुंवर वासिद अली के बुलावे पर मेरठ पहुंचे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गयूरुल हसन रिजवी ने पटेल मंडल पर आयोजित रोजा इफ्तार में शिरकत की। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच इंद्रेश कुमार, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, मंच के संगठन महामंत्री गिरीश, नवीन सिन्हा, विधायक सोमेंद्र तोमर, सत्यवीर त्यागी, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैदर अब्बास चांद, फिरोज हबीब, नासिर सैफी आदि सहित सैकड़ों की संख्या में लोग रोजा इफ्तार में शामिल हुए।