-छह माह बीतने के बाद भी नहीं लग पाई स्ट्रीट लाइट पर एलईडी

- 30 सितंबर तक लगनी शहर की 42 हजार स्ट्रीट लाइट पर एलईडी

Meerut । नगर निगम चुनाव के लिए 8 दिन वोटिंग के लिए बचे हैं। प्रत्याशी डोर टू डोर अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं। प्रत्याशियों के सामने अब एलईडी लाइट का मुद्दा भी सामने आने लगा है। शहरवासी कहने लगे हैं कि इससे एलईडी लाइट से बढि़या तो पहले जो स्ट्रीट लाइट पर हेलोजन लग रही थी वही बढि़या थी।

30 सितंबर तक लगनी थी एलईडी

नगर निगम ने केंद्र सरकार से अनुबंधित कंपनी ईईएसएल से शहर की 42 हजार स्ट्रीट लाइट पर एलईडी लगाने का अनबुंध किया था। अनुबंध के अनुसार 30 सितंबर तक शहर की सभी स्ट्रीट लाइट पर एलईडी लाइट लगनी थी। लेकिन नवंबर का महीना भी लगभग आधा बीत चुका है। बावजूद इसके अभी तक सभी स्ट्रीट लाईट पर एलईडी नहीं लगी हैं।

खराब हो गई एलईडी

ईईएसएल ने जहां पर एलईडी लाइट लगाई हैं। वह खराब होनी भी शुरू हो गई हैं। लोग लगातार निगम को इसकी शिकायत कर रहे हैं। बावजूद इसके एलईडी ठीक नहीं हो रही हैं। लोग इस बार चुनाव मे नेताओं से इस बात की मांग करने लगे हैं कि स्ट्रीट लाइट तो ठीक कराएं।

वर्जन

एलईडी लाइट का लगने का शोर तो बहुत दिनों से चल रहा था। लग भी गई और खराब होनी भी शुरू हो गई। इस ओर अधिकारी और नेताओं को सोचना चाहिए। इस बात को संबंधित जगह उठाना चाहिए और कार्रवाई करानी चाहिए। ऐसी लाइट लगाने से क्या फायदा है।

शुभम त्यागी

चुनाव में नेता बहुत वादे करते हैं। लेकिन अपने वादे बहुत कम निभाते हैं। इस बार फिर से चुनाव आ गए हैं। नेताओं से वादे करने भी शुरू कर दिए हैं। लेकिन पहले के वादे हैं पार्टियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। एलईडी लाईट लगने का कुछ फायदा नहीं हुआ।

मीनाक्षी जैन

नगर निगम की स्ट्रीट लाईट तो हमेशा से खराब रहती हैं। किसी से भी शिकायत कर लो पर ठीक नहीं होती हैं। गलती से ठीक हो भी जाए तो लाइट ऐसी होती हैं कि कुछ दिन बाद फिर से खराब हो जाती हैं। अधिकारी और नेताओं को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

अरूणांजय

नगर निगम से तो किसी प्रकार की अपेक्षा करना अपने आप को धोखा देना है। जो भी परेशानी होती है स्थानीय पार्षद से ही कही जाती है। उसके बाद ही निगम का काम होता है। लेकिन अधिकारी और बड़े नेताओं को शहर में घूमना चाहिए और लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए।

अजय कुमार