- भारत सरकार की ईईसीएल कंपनी को दी गई थी जिम्मेदारी

- डेडलाइन बीत गई, अभी तक केवल 40 परसेंट हो पाया काम

42 हजार सोडियम स्ट्रीट लाइट्स की जानी थी रिप्लेस

16 हजार एलईडी लाइट्स ही लग पाई हैं शहर में

3 माह तय हुआ था योजना का समय

5 माह बीत गए, योजना अधूरी

देहरादून, नगर निगम की स्ट्रीट लाइट एलईडी स्कीम का धरातल पर उतरने से पहले ही दम निकल गया है। आलम यह है कि योजना को शुरू हुए पांच महीने हो चुके हैं और अभी तक सिर्फ 40 परसेंट काम ही योजना पर हुआ है। नगर निगम का कहना है कि तकनीकी कारणों के चलते योजना में देरी हो रही है।

ईईएसएल को सौंपा था जिम्मा

दरअसल बीते साल सितंबर माह में नगर निगम व भारत सरकार की ईईएसएल कंपनी के बीच अनुबंध हुआ था। शहर की सारी सोडियम लाइट्स को उतारकर उनकी जगह एलईटी लाइट्स लगाई जानी थी। इसकी शुरुआत कंपनी ने हाथीबड़कला से सीएम आवास तक की थी।

3 महीने की थी डेडलाइन

नगर निगम व कंपनी के बीच अनुबंध के समय तय हुआ था कि तीन महीने के भीतर पूरे शहर में सोडियम स्ट्रीट लाइट्स को रिप्लेस कर एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी। सितंबर में स्कीम पर काम शुरू हुआ तो पिछले वर्ष दिसंबर तक ही योजना पूरी हो जानी चाहिए थी। लेकिन कुछ स्थानों पर स्ट्रीट लाइट्स की रिप्लेसिंग के बाद कंपनी ने काम रोक दिया।

इसलिए लगाई जानी थी एलईडी लाइट्स

सोडियम स्ट्रीट लाइट्स ज्यादा बिजली कंज्यूम करती है। ऐसे में स्ट्रीट लाइट्स के बिल में कटौती के लिए सोडियम लाइट्स की जगह एलईडी लाइट्स लगाने की निगम ने योजना बनाई थी। बताया गया था एलईडी लाइट्स लगने के बाद बिजली के बिल में 40 परसेंट की कमी होगी।

दूसरा प्रोजेक्ट भी अधर में

शहर में स्ट्रीट लाइट्स के रिप्लेसमेंट के बाद नगर निगम में शामिल हुए ्रग्रामीण क्षेत्रों में भी एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाने की बात निगम द्वारा कही गई थी, लेकिन शहर में ही योजना हांफने लगी तो फिलहाल ये योजना भी ठंडे बस्ते के हवाले हो गई।

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भारत सरकार की ईईसीएल कंपनी के साथ शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाये जाने का अनुबंध किया गया है। कई स्थानों पर टेक्नीकल दिक्कत के चलते योजना में देरी हुई है, लेकिन जल्द काम पूरा कर लिया जाएगा।

विनोद चमोली, मेयर