बिना फार्मासिस्ट संचालित होते मिले आठ मेडिकल स्टोर

जांच टीम ने आठों मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस किया निलंबित

ALLAHABAD: मरीजों को दवा उपलब्ध कराने वाले मेडिकल स्टोर्स में खुलेआम मनमानी चल रही है। यहां पर बगैर फार्मासिस्ट दवाएं बांटकर मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। ऐसा करने वाले जिले के आठ मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस शुक्रवार को निलंबित कर दिए गए। ड्रग डिपार्टमेंट के मुताबिक मौके पर निरीक्षण के दौरान यहां पर फार्मासिस्ट नहीं मिले थे और ऑनलाइन रिकार्ड में जिनका जिक्र किया गया वह कहीं और मेडिकल स्टोर चला रहे थे। ऐसे में लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई है।

इनका लाइसेंस हुआ निलंबित

शुक्रवार को हंडिया के श्याम मेडिकल स्टोर, मुट्ठीगंज के सनी मेडिकल और ईजी मेडिकल स्टोर, करछना के झा मेडिकल स्टोर, जानसेनगंज के केसरी केमिस्ट, पुराना बैहरना के डीएक्स जलवान मेडिकल एजेंसी, राजरूपपुर स्थित एस मेडिकल स्टोर और लाउदर रोड के संजीवनी मेडिकल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। यहां पर ड्रग डिपार्टमेंट के असिस्टेंट कमिश्नर केजी गुप्ता के नेतृत्व में पूर्व में छापेमारी की गई थी, जिसमें फार्मासिस्ट नहीं मिले थे। ऑनलाइन चेक करने में भी रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट कहीं और काम करते मिले। ऐसे में कठोर कार्रवाई की गई है।

अब तक तीस पर गिर चुकी गाज

विभाग द्वारा अब तक जिले के लगभग तीस मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस निलंबित किया जा चुका है। बताया जाता है कि बिना फार्मासिस्ट दवाओं का वितरण करना अवैध है। इससे मरीजों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। जबकि, हम बता दें कि जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में फार्मासिस्ट की बहुत ज्यादा कमी है और मेडिकल स्टोर्स की संख्या कहीं ज्यादा है। ऐसे में फर्जीवाड़ा कर एक फार्मासिस्ट के नाम से दो से अधिक मेडिकल स्टोर संचालित किए जाने लगे। गवर्नमेंट के नए नियम के मुताबिक अब डाटा फीड होने लगा तो मेडिकल स्टोर्स की कलई खुलकर सामने आने लगी है।

फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं होने पर आठ मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिनको नोटिस दिया जा चुका है, उनका लाइसेंस भी निलंबित किया जा सकता है।

केजी गुप्ता, असिस्टेंट कमिश्नर ड्रग, इलाहाबाद मंडल