-आगरा से आई टीम का 33 मिनट तक चला तेंदुआ ऑपरेशन

- मकानों की छतों, मैदान और बाउंड्रीवाल पर जमी रही भीड़

फीरोजाबाद: सुहागनगरी के विलाल नगर में मंगलवार सुबह आए तेंदुए की खबर सुनते ही पूरा रामगढ़ क्षेत्र दहशत में आ गया। आनन फानन सैंकड़ों की भीड़ जुट गई लेकिन यह दहशत बमुश्किल दो घंटे ही कायम रही। इसके बाद कमरे में बंद तेंदुआ तमाशा बन गया। दूरदराज से आई भीड़ नियंत्रित करने में पुलिस को पसीना छूट गया। आगरा से आई टीम द्वारा तेंदुआ को बेहोश कर साथ ले जाने के बाद ही भीड़ ने मैदान छोड़ा।

मंगलवार तड़के मुहल्ला विलालनगर के एक घर में तेंदुआ घुस गया। मकान मालिक वसीम ने उसे किसी तरह अपने कमरे में कैद कर दिया और बाहर से ताला लगा दिया। भोर होने के साथ ही तेंदुआ के कैद होने की खबर क्षेत्र में फैली तो तमाम लोगों की भीड़ जमा हो गई। रामगढ़ थाने के अलावा दो क्यूआरटी पुलिसकर्मी यहां तैनात कर दिए गए। लोगों में दहशत थी तेंदुए ने किसी को शिकार तो नहीं बनाया, कहीं उसके एक-दो साथ आसपास तो नहीं घूम रहे। ऐसे सवाल भीड़ के बीच से उठ रहे थे। इसके कारण पहले लोग उस कमरे के करीब तक जाने में डरते नजर आए। फिर धीरे धीरे भीड़ बढ़ी तो तेंदुए की दहशत कम होती दिखी। जब यह पता लगा कि तेंदुआ कमरे में बंद है और शांत बैठा हुआ है तो भीड़ में उसे करीब से देखने की उत्सुकता हुई। भीड़ का आलम यह था कि वसीम के मकान और उसके आसपास की छतों, गलियों और वहां खड़े पानी के टैंकर आदि पर लोग जमा हो गएच् बच्चों से लेकर बड़े लोग बार-बार तेंदुआ को देखने के लिए लालायित दिखाई दिए। हर कोई तेंदुआ को देखना चाहता था। यहां तैनात पुलिसकर्मी भीड़ को रोक तक नहीं पा रहे थे। सुबह करीब 11 बजे सिटी मजिस्ट्रेट र¨वद्र कुमार और सीओ सिटी राजेश चौधरी मौके पर पहुंचे और भीड़ को हटाने के निर्देश दिए। भीड़ अधिक होने के कारण पुलिस को खासी कवायद करनी पड़ गई। कई बार पुलिसकर्मियों को लाठियां फटकारनी पड़ीं। छतों पर पुलिस तैनात कर दी, ताकि कोई हादसा न हो जाए। इसके बाद भी भीड़ न मानी तो कुछ लोगों पर लाठियां भी चलाई। एक युवक पेड़ पर बैठा हुआ था, जो लाठी लगने से चोटिल हो गया। इसी दौरान भीड़ के दबाव से बाउड्रीवाल की ईंटें खिसक जाने से कुछ युवक चोटिल हो गए। इसके बाद आगरा से पहुंची चार सदस्यीय टीम ने करीब आधे घंटे के प्रयासों के बाद तेंदुए को बेहोश करके काबू में ले लिया। फिर उसे लेकर आगरा रवाना हो गए। तेंदुआ ऑपरेशन करीब 33 मिनट तक चला।

दोपहर करीब 12.25 बजे आगरा से वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम पहुंची। टीम ने सबसे पहले अपनी गन निकाली और फिर उसमें बेहोशी के इंजेक्शन लगाए। इसके बाद गन में प्रेशर भरा। इसके बाद टीम ने एक छेद से तेंदुआ के इंजेक्शन दागा। इसके दस मिनट बाद टीम ने देखा कि तेंदुआ बेहोश है अथवा नहीं। पहले उसे बांस से हिलाया, मगर किसी तरह की हरकत न होने पर कमरे का दरवाजा खोल टीम अंदर पहुंची। तेंदुआ के बेहोशी के दो इंजेक्शन और लगाए। इसके बाद उसके मुंह पर बोरा डाल उसे बाहर निकाला। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की घेराबंदी के बीच उसे वाहन तक ले जाया गया। अधिकारियों ने टीम के वाहन को राजा का ताल तक छोड़ा और फिर टीम आगरा के लिए रवाना हो गई।

भीड़ ने उछाले कुछ पत्थर

तेंदुआ देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे। पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। बताते हैं इसी दौरान कुछेक शरारती लोगों ने कुछेक पत्थर पुलिस की ओर फेंके। मामले की जानकारी अधिकारियों को दी गई, जिस पर भीड़ को खदेड़ दिया गया।

मास भी मिला तेंदुआ के पास

बताते हैं तेंदुआ जिस समय घर में आया, उस दौरान उसके मुंह में मांस था। बताया गया यह मांस कहीं कट्टी घर के आसपास से उठा कर लाया होगा।