- राज्यपाल ने ली सभी स्टेट यूनिवर्सिटी के वीसी की बैठक

- नकल विहीन व समय से परीक्षा परिणाम घोषित करने पर दिया जोर

LUCKNOW : सभी स्टेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अपनी-अपनी यूनिवर्सिटी में नकल विहीन परीक्षा प्रणाली लागू करने के साथ परीक्षा परिणाम समय से निकालें ताकि उच्च शिक्षा में सकारात्मक परिणाम लाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें। ये बातें मंडे को राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में आयोजित वीसी बैठक में कही। कहा कि छात्रों की संख्या हमारे शिक्षण संस्थाओं में अधिक है, लेकिन परीक्षा प्रणाली एवं मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है।

मूल्यांकन पर दें ध्यान

राज्यपाल ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम ठीक से नहीं हो रहा है, सभी वीसी इस ओर ध्यान दें। यही वजह है कि छात्र बार-बार पुनर्मूल्यांकन के लिए अनुरोध करते हैं। वर्तमान व्यवस्था में पुनर्मूल्यांकन का प्राविधान न होने की वजह सेस्टूडेंट्स की समस्याओं का निवारण नहीं हो पा रहा है। हालांकि डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ एवं छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी में चैलेंज इव्यूलेंशन का व्यवस्था का प्राविधान किया गया है। अन्य यूनिवर्सिटी को भी इस पर विचार करने की जरूरत है।

राज्यपाल को सौंपेंगे रिपोर्ट

स्टेट यूनिवर्सिटी में छात्रों की अत्यधिक संख्या की वजह से सफलतापूर्वक नकल विहीन वातावरण में परीक्षाओं का आयोजन कराना व उसके बाद इतनी बड़ी संख्या में उत्तर पुस्तिकाओं का ठीक से मूल्यांकन कराकर परीक्षा परिणाम सीमित अवधि में घोषित करना एक बड़ी चुनौती है। इसी पर सभी वीसी से सुझाव मांगा गया था। इसके लिए एक समिति का गठन भी करने का निर्णय लिया गया था। इस कमेटी की जिम्मेदारी आगरा यूनिवर्सिटी व कानपुर यूनिवर्सिटी के वीसी को सौंपी गई है। जो इस पर 30 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपेंगे।

इस पर वीसी में बनी सहमति

1. परीक्षा प्रक्रिया एवं मूल्यांकन व्यवस्था में नवीन तकनीक का प्रयोग अधिकाधिक किया जाए

2. मूल्यांकन के लिए वर्तमान दर में वृद्धि एवं समय से भुगतान सुनिश्चित हो

3. नियमित शिक्षकों की मूल्यांकन कार्य में सहभागिता सुनिश्चित की जाए

4. यूनिवर्सिटी में रिक्त पदों पर शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति वरीयता पर की जाए।

5. वीसी को अधिक सशक्तीकृत किया जाए ताकि वह परीक्षा एवं मूल्यांकन प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से सम्पादित करा सके

6. परीक्षा केन्द्रों एवं मूल्यांकन केन्द्रों पर पारदर्शिता के दृष्टिगत सीसीटीवी स्थापित कराए जाएं

7. वैश्विक निविदा के माध्यम से परीक्षा संबंधित कार्य के लिए कार्यदायी संस्था का निर्धारण किया जाए