RANCHI: झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य, पूर्व उपाध्यक्ष सह लोहरदगा जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने जेएससीए चुनाव में लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है। लोहरदगा में प्रेस वार्ता कर उन्होंने कहा कि जिस कुलदीप सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है, वह ख्0क्फ् से ख्0क्म् तक उपाध्यक्ष पद पर थे। लोढ़ा कमेटी के अनुसार, इन्हें ख्0ख्0 तक कूलिंग ऑफ पीरियड में रहना था। यानी पद पर रह चुकने के कारण तुरन्त इन्हें किसी पद पर चुना नहीं जा सकता। इसकी लिखित शिकायत प्रवीण सिंह ने बीसीसीआई प्रशासकीय समिति के चेयरमैन विनोद राय से की है।

क्7 साल से अमिताभ की मनमर्जी

प्रवीण सिंह ने कहा कि जेएससीए में क्7 साल से कुंडली मारकर बैठे अमिताभ चौधरी अपनी मनमर्जी से इसे चलाते रहे। स्वार्थ की खातिर ब्0 बार इसकी नियमावली में संशोधन किया। करीब ख्फ्भ् सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखाया। लोहरदगा के भी छह लोगों को बिना पुख्ता आधार के हटाया गया। सुदेश महतो और आईपीएस प्रवीण सिंह चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़े। इसके बाद शातिराना तरीके से उन्हें सदस्यता से बाहर कर दिया गया। अविभाजित बिहार में अध्यक्ष रहे अरुण नारायण सिंह को सदस्य बनने नहीं दिया गया। वर्तमान में लोढ़ा समिति की सिफारिशों के आलोक में देखा जाए तो म्भ्9 सदस्यों में सिर्फ प्रवीण सिंह चेयरमैन पद की अहर्ता रखते हैं।

जेएससीए की मान्यता को खतरा

साल ख्000 के बाद राज्य क्रिकेट को बीसीसीआई से काफी पैसा मिला, पर इसके अनुपात में क्रिकेट की बेहतरी का काम नहीं हुआ। राज्य को करीब 7ख्म् करोड़ रुपए मिले। पर किसी जिले में क्रिकेट की आधारभूत संरचना तक नहीं तैयार हुई। लोहरदगा के चार खिलाड़ी रणजी तक पहुंचे, पर यहां टर्फ विकेट और ग्राउंड तक नहीं बन पाया। उन्होंने कहा कि जेएससीए में अभी जो हो रहा है, उससे यह डर पैदा हो गया है कि नियमों की धज्जियां उड़ाने के कारण कहीं इसकी मान्यता ही खतरे में न पड़ जाए। ऐसा हुआ तो राज्य में खेल और खिलाडि़यों को बड़ा नुकसान होगा।