Ranchi : मंत्रालय ने मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को एक पत्र भेजा है, जिसके तहत राज्य भर के फुटकर कारोबारियों को लाइसेंस अधिनियम के तहत निबंधित करने और पान गुमटियों में तंबाकू उत्पादों से अलग दूसरे सामान नहीं बेचने देने की अनुशंसा की गयी है।

 

सौंपा मेमोरेंडम

झारखंड पान-तंबाकू विक्रेता संघ का मानना है कि इस प्रस्ताव को अगर सरकार मान लेती है, तो राज्य के दो लाख पान गुमटियों के संचालकों पर आफत आ जाएगी। इसी आशंका के साथ सोमवार को सिटी के जयपाल सिंह स्टेडियम से संघ के बैनर तले एक रैली निकली, जो राजभवन तक गई। संघ के सदस्यों ने राजभवन के समक्ष रोष जताते हुए प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम ज्ञाप सौंपा।

 

रांची में सात हजार पान दुकान

अकेले रांची में सात हजार पान गुमटियां व छोटी दुकानें हैं। इनमें केवल पान या तंबाकू ही नहीं बिकते, बल्कि कई अन्य सामान भी बेचे जाते हैं। बिस्कुट, चॉकलेट, सॉफ्ट ड्रिंक, पानी की बोतलें और घरेलू इस्तेमाल के कई अन्य सामान भी बेचे जाते हैं। संघ के अध्यक्ष सिकंदर आलम ने कहा है कि अगर 15 दिनों के भीतर सरकार ने इस मनमाने प्रस्ताव को खारिज नहीं किया, तो आंदोलन तेज होगा। सदस्य भूख हड़ताल पर बैठेंगे।