आई स्पेशल

नोटबंदी के एक माह होने से बाजार का डिजिटलीकरण तेज

-कारोबारियों ने शुरू किया चेक से पेमेंट, खरीद-फरोख्त में घटा कैश

-पीओएस मशीन के लिए बैंकों में आ रहे आवेदन

-पेटीएम से शुरू हो रही दुकानों में खरीददारी

मेरठ: नोटबंदी के बाद एक ओर जहां हर आम-ओ-खास परेशान है तो वहीं केंद्र सरकार ने ऑनलाइन ट्रांजिक्शन को बढ़ाना देने के लिए कैंपेन शुरू कर दिए हैं। इसका असर यह है कि छोटे और मझोले कारोबारी भी अब चेक से खरीद-फरोख्त कर रहे हैं तो वहीं रिटेलर अब खरीद रहे पीओएस मशीन।

चेक से हो रहा है ट्रांजिक्शन

ऑनलाइन ट्रांजिक्शन के साथ-साथ बढ़ा है चेक से लेनदेन। आज नोटबंदी को एक माह हो रहा है और बाजार में कैश का फ्लो शून्य है। ऐसे में कारोबार धड़ाम होने से व्यापारी परेशान है। कैश का फ्लो बढ़ता न देख कारोबारियों ने चेक से पेमेंट शुरू कर दिया है। थोक कारोबारियों की नवीन मंडी, सदर बाजार, दवा के खैरनगर में थोक कारोबारी अब खरीददारी के लिए चेक को प्रयोग में ला रहे हैं वहीं खुदरा ग्राहक भी चेक से ही भुगतान कर रहे हैं।

पीओएस मशीन की डिमांड

केनरा बैंक के रीजनल हेड राजू मोहन ने बताया कि निश्चित तौर पर ग्राहक कैशलेस की ओर अग्रसर हो रहा है। हमारी हर ब्रांच से पीओएस की डिमांड आ रही हैं। हम अपने ग्राहक को पीओएस एबलेवल करा रहे हैं। कॉरपोरेशन बैंक के मैनेजर अमित यादव का कहना है कि कैश क्रंच के बाद ऑनलाइन ट्रांजिक्शन बढ़ा है। बात करें यदि प्वाइंट ऑफ सेल (पीओसी) की तो पिछलों दिनों में आश्चर्यजनक डिमांड आ रही है। हर ब्रांच में अच्छी-खासी डिमांड मशीन की बनी हुई है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर पीएन चौधरी ने बताया कि उनकी ब्रांच में पिछले दिनों 10 पीओएस मशीन की डिमांड आई है जो रिकार्ड है।

पेटीएम ने जमाई धाक

सब्जी की दुकान हो या फल की दुकान, परचून की दुकान हो या मेडिकल स्टोर। हर जगह ई-ट्रांजिक्शन की ओर ग्राहक और दुकानदार दोनों जा रहे हैं। ऐसे में पेटीएम ने खुदरा बाजार पर बड़ा कब्जा जमाया हुआ है। पेटीएम और ई-वॉलेट से जमकर खरीददारी लोग कर रहे हैं।

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कैश क्रंच में कारोबारियों को कारोबार करने में मुश्किल हो रही है। छोटे और मझोले के कारोबारियों को चेक से पेमेंट के लिए प्रमोट किया जा रहा है। ऑनलाइन ट्रांजिक्शन को बढ़ावा दें।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

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ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को नोटबंदी से खासा फटका लगा है। हालांकि अब कैशलेस ट्रांजिक्शन को प्रमोट कर रहे हैं। ट्रक में डीजल आदि के अलावा मेंटीनेंस का भुगतान चेक या कार्ड से कर रहे हैं।

गौरव शर्मा, अध्यक्ष, मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

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कैश क्रंच है। कारोबार करना मुश्किल हो रहा है तो वहीं अब कैशलेस ट्रांजिक्शन ही विकल्प है। खरीद-फरोख्त चेक से पेमेंट कर हो रही है तो वहीं ग्राहकों के लिए स्वाइप मशीन आदि को जुटाया जा रहा है।

विपुल सिंघल, कारोबारी नेता।