इन गड्डों में कभी जा सकती है जान

मूसलाधार बारिश में पानी में नहीं दिखाई देते मौत के गड्डे

आगरा। सिटी के अंदर शायद ही कोई सड़क ऐसी जिसमें गड्डे न हों। आईनैक्स्ट ने जब सिटी की सड़कों को छाना तो ऐसे कई मौत के गड्डे दिखाई दिए जिस पर कभी भी किसी की भी जिंदगी फिसल सकती है। भगवान टॉकीज के हादसे के बाद भी इन गड्डों की संबंधित विभागों ने सुध नहीं ली है। जबकि सिटी में प्रशासन ने कई स्थानों पर गड्डों को भरवाने का काम शुरु कर दिया है।

यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन

यहां पर घनी आबादी है। पुल के नीचे पानी से भरा हुआ गड्डा है। साथ ही सामने की बस्ती के सामने इतना पानी भरा हुआ है कि हालात दलदल जैसे हैं। मूसलाधार बारिश में जल भराव के दौरान सड़क और गड्डा एक हो जाते हैं। ऐसे में वहां पर कोई भी हादसा हो सकता है। वहां के लोगों को इस बात की जानकारी है लेकिन बच्चे खेलते हुए वहां पर आ जाते हैं।

प्रकाश नगर रोड पर कई गड्डे हैं जिनमें पानी भरा हुआ है। लोगों ने बताया कि जल भराव के दौरान यहां पर कुछ समझ नहीं आता। खतरा लेकर लोग सड़क पर चलते हैं। पुलिस के नीचे और भी ज्यादा हालत खराब है। पुलिस के नीचे का हिस्सा गड्डे में है वहां भी पानी भर जाता है। उस दौरान लोग खतरा लेकर पुलिया से गुजरते हैं।

नुनिहाई रोड एसबीआई के सामने गल्ला मंडी रोड पर गड्डे में सड़क है। मूसलाधार बारिश के दौरान वहां पर फुटों पानी भर जाता है। बारिश के दौरान न तो कोई उस रोड पर जा पाता है और न ही घर से कोई बाहर निकल पाता है। लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं।

हाईवे फीरोजाबाद रोड पर सौ फुटा रोड पर जाने वाले रास्ते पर भी खतरे का गड्डा बना हुआ है। बारिश के दौरान कई लोग उस गड्डे में उछल जाते हैं। यहां पर कभी दुर्घटना हो सकती है। यहां पर 96 सेमी। का गड्डा बना हुआ है।

सौ फुटा रोड इलाहाबाद बैंक के पास भयानक गड्डा बना गया है। यहां पर सड़क धंस गई है। बारिश के दौरान जब पानी का लेबल बराबर हो जाता है तो वहां पर खतरा बन जाता है। लोगों ने बताया कि यहां पर लोगों की बाइक घुस चुकी हैं। लोगों का कहना था कि प्रशासन को शायद बड़े हादसे का इंतजार है। यहां पर 120 सेमी। का गड्डा बन गया है।

टेढ़ी बगिया अंबेडकर पार्क के सामने भी रोड की हालत खराब है। लोगों ने वहां पर मिट्टी डाल कर गड्डा भरने का प्रयास किया है। लेकिन बारिश में मिट्टी बह जाती है। यहां पर कई बार बाइक सवार गिरे हैं। यहां पर 60 सेमी। का गड्डा बना हुआ है। इसके पास ही 75 सेमी। का दूसरा गड्डा बना है।

ब्राहमण सभा यमुना पार के दिलीप पाठक ने बताया कि एरिया में ऐसी समस्याओं को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया जाता है लेकिन सुनवाई नहीं होती। प्रशासन यहां पर हादसों का इंतजार करता है। यदि जल्द ही कुछ न किया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।