PATNA: आज की भाग-दौड़ की जिंदगी में डायबिटीज होना आम बात हो गई है लेकिन जब इंसुलिन के सहारे ही जिंदगी कटने लगे तो समस्या गंभीर हो जाती है। और फिर हमारी जीवनशैली भी दिनोंदिन बदलते जा रही है। जिसके लिए हम ही जिम्मेदार हैं। ऐसे में खुद को फिट रखना है तो दिनचर्या बदलनी होगी और शरीर को दुरुस्त रखना होगा।

उक्त बातें दिल्ली से आए डायबेटोलॉजिस्ट डॉ नरेंद्र विन्नी गुप्ता ने कही। मौका था पटना मेडिकल कॉलेज के 9ख्वां स्थापना दिवस पर आयोजित मेमोरियल लेक्चर का। डॉ नरेंद्र आरएसबी ब्लॉक में डॉ गया प्रसाद मेमोरियल लेक्चर में बोल रहे थे। चेयरपर्सन के रूप में डॉ आरएन सिंह और विजय अचारी के साथ डॉ गया प्रसाद की पोती अपर्णा निशा मौजूद थीं।

एंटीबायोटिक का मिसयूज खतरनाक

नई दिल्ली से आए इनटेन्सिव केयर एवं एनीस्थिसिया के एक्सपर्ट डॉ यतिन मेहरा ने आज के समय में एंटीबायोटिक्स के मिसयूज पर चिंता व्यक्त की। कहा कि इनफेक्शन का इलाज करना धीरे-धीरे कठिन हो रहा है। डॉ विजय कुमार गुप्ता ने आईसीयू मैनेजमेंट और इनफेक्शन कंट्रोल के बारे में जानकारी दी। अमेरिका से आये डॉ आरआर वर्मा, जो कि यहां के एलुमनी रहे हैं, ने इपीलेप्सी के बारे में जानकारी दी।

इन विषयों पर हुआ लेक्चर

लेक्चर के दौरान इंसुलिन रेसिस्टेंस, सर्जन एंड कैंसर, रेनल ट्रांसप्लांट, इपीलेप्सी और इमरजेंसी मैनेजमेंट के विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ चीफ गेस्ट आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ एसपी सिंह ने किया। शनिवार को स्थापना दिवस कार्यक्रम और एलुमनी मीट का समापन होगा। इस दौरान गोल्ड मेडलिस्ट मेधावी छात्रों को सम्मानित किया जाएगा।