आई एक्सक्लूसिव

-विधानसभा चुनाव में शराब का जमकर हो रहा यूज

-आचार संहिता लागू होने के बाद विदेशी शराब की बढ़ी खींच, देशी शराब की भी खपत हुई डबल

-डेढ़ महीने में आबकारी विभाग ने पकड़ी 30 लाख से अधिक की अवैध शराब

VARANASI

विधानसभा चुनाव में धन और बल के साथ वोटर्स को रिझाने के लिए शराब का जमकर यूज हो रहा है। ये हम नहीं बल्कि खुद आबकारी विभाग के आंकड़े बता रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक चार जनवरी को चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद आचार संहिता लागू होते ही आबकारी विभाग फास्ट हुआ। इसका नतीजा ये रहा कि पांच जनवरी से 22 फरवरी तक के बीच विभाग ने सिर्फ बनारस में 30 लाख रुपये से अधिक की अवैध इंग्लिश शराब जब्त की है जबकि लगभग इतने की ही वैध शराब की भी सेल हो चुकी है। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वोटर्स को रिझाने के लिए किस तरह से छलकाया जा रहा है जाम।

पंजाब, MP से आ रहा माल

चुनावी मौसम में देशी और विदेशी शराब की खींच बढ़ जाती है। चूंकि यूपी में शराब पर लगने वाला टैक्स ज्यादा है इसलिए यहां से अधिक मात्रा में शराब लेना नेताओं को महंगा पड़ता है। इसलिए पंजाब और एमपी समेत दिल्ली व दूसरे स्टेट से शराब की बड़ी खेप बनारस में अवैध तरीके से मंगवाई जाती है। यहां टैक्स कम होने व माल लेना सस्ता पड़ने के कारण चुनाव के दौरान शराब की तस्करी भी बड़े पैमाने पर हो रही है। इसका सबूत है आबकारी विभाग की तरफ से डेढ़ महीने के दौरान अवैध शराब की धरपकड़ के लिए की गई छापेमारी। जिला आबकारी अधिकारी के मुताबिक आचार संहिता लागू होने के बाद पांच जनवरी से ख्ख् फरवरी तक विभाग ने जिले में क्ब्म्0 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर फ्97 लोगों को करीब फ्क् लाख रुपये की अवैध शराब के साथ पकड़ा जा चुका है। हालांकि वैध शराब की ब्रिकी भी तेज हुई है।

क्योंकि आंकड़े बोलते हैं

-ब् जनवरी से लागू है आचार संहिता

-भ् जनवरी से शुरू हुई है आबकारी की छापेमारी

- क्,ब्म्क् जगहों पर पांच जनवरी से ख्ख् फरवरी तक मारे गए हैं छापे

- फ्क् लाख रुपये की अवैध शराब हुई है बरामद

- 9,ब्भ्भ् लीटर अवैध देशी शराब पकड़ी गई है

- क्म् लीटर म्भ्0 एमएल अंग्रेजी शराब हुई है जब्त

- फ्97 लोगों की हुई है अवैध शराब मामले में गिरफ्तारी

ये सच है कि आचार संहिता लागू होने के बाद से अवैध शराब की खपत बढ़ गई है। ज्यादा देशी शराब की खींच होती है जबकि गैर राज्यों से अंग्रेजी शराब अवैध तरीकेसे लाई जाती है। इसे लेकर विभाग लगातार छापेमारी कर रहा है और ये कार्रवाई आठ मार्च तक चलती रहेगी।

वाईआर यादव, जिला आबकारी अधिकारी