दोपहर से गायब थी

अकबर अली फूलपुर एरिया में रहता है। पिछले डेढ साल से वह जॉब के कारण दिल्ली में हैं। घर में उसकी वाइफ नाइदा बानो है। दो लड़कियों में महक बड़ी थी। छोटी बेटी खुशबू की उम्र डेढ़ साल है। नाइदा पर ही दोनों बच्चियों के लालन पालन की जिम्मेदारी थी। डेली की तरह सैटरडे को महक अपने घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान अचानक वह कहीं गायब हो गई। दोपहर में दो बजे के बाद से उसका पता नहीं चला।

तालाब के बाहर पड़ी थी

संडे मार्निंग स्थानीय लोगों ने देखा कि तालाब के बाहर एक बच्ची की बॉडी पड़ी है। कुछ लोगों ने उसे पहचान लिया कि यह तो महक ही है। महक की मां भी वहां पहुंच गई। उसने अपनी बेटी को इस हालत में देखा तो खुद को कंट्रोल नहीं कर सकी और फफक फफक कर रोने लगी। इस घटना की जानकारी मिलते ही फूलपुर पुलिस भी पहुंच गई। कुछ देर बाद ही डॉग स्क्वायड, फोरेंसिक एक्सपर्ट और एसएसपी उमेश श्रीवास्तव भी जांच के लिए पहुंच गए।

कोई बाहरी नहीं है कातिल

एसएसपी ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उन्हें भरोसा दिलाया कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। जिसने भी इस मासूम को इतने बेरहमी से मारा है उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। डॉग स्क्वायड को महक के मुंह में एक कपड़ा मिली जो उसके मुंह में ठुसा हुआ था। डॉग स्क्वायड ने कपड़े को सूंघ कर गांव ही दौड़ लगा दी। कई घरों के आसपास मंडराता रहा। इससे पुलिस को यकीन हो गया कि कातिल यहीं कहीं का है। पुलिस का दावा है कि महक को किसी के घर के अंदर ही मारा गया है और बाद में उसे तालाब के बाहर फेंक दिया गया।

कहीं कोई महिला तो नहीं

जिस तरह से महक की हत्या की गई है उससे पुलिस को शक है कि इस मर्डर में किसी महिला का हाथ हो सकता है। बच्ची के साथ कोई गलत काम नहीं हुआ है। परिवार गरीब है तो प्रापर्टी का विवाद भी नहीं है। ऐसे में मारने का मोटो सिर्फ टशन ही हो सकता है। और इस तरह की टशन के पीछे महिला का हाथ इसलिए स्वभाविक है क्योंकि एक महिला की कुछ समय पहले महक की मां से नोकझोंक भी हुई थी। ऐसे में पुलिस की निगाहें अब उसे ही तलाश कर रही हैं।

बहुत दुखद घटना है। उसे मारने वाला कोई बाहरी नहीं है। आसपास का ही कोई है। साइंटिफिक एविडेंस की मदद से जांच की जा रही है। अभी कुछ क्लीयर नहीं हो सका है।

अलका धर्मराज

सीओ फूलपुर