तीन साल के हुई प्रतिबंधित
फिलहाल मामले के सामने आने के बाद से कंपनी की ब्रेड पर एम्स ने तीन साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि एक दिन पहले तक ये ब्रेड एम्स में भर्ती हजारों मरीजों को दी जाती थी। डॉक्टरों का कहना है कि अगर चूहे के इंफेक्शन वाली चीजें पेट के अंदर चली जाएं तो इससे किसी को भी एलर्जी, बुखार, डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इतना ही नहीं इससे खून में इंफेक्शन और मेनिंजाइटिस भी हो

हजारों मरीजों को दी जाती थी ब्रेड
एक दिन पहले तक यह ब्रेड एम्स में भर्ती होने वाले हजारों मरीजों को दी जाती थी. डॉक्टरों के मुताबिक यदि चूहे के इंफेक्शन वाली चीजें पेट में चली जाएं तो आम तौर पर इससे एलर्जी, बुखार, डायरिया होता है. इससे खून में इंफेक्शन और मेनिंजाइटिस भी हो सकता है। वैसे बताना जरूरी होगा कि ये घटना 24 जुलाई को सामने आई।

जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
वैसे घटना के सामने आते ही एम्स ने उसी दिन नोटिस जारी करके ब्रेड कंपनी को तीन साल के लिए एम्स में ब्रेड सप्लाई के लिए बैन कर दिया था। एम्स ने कंपनी को 9 सितंबर को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया। उधर, कंपनी की ओर से एम्स के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। कंपनी का कहना है कि वो एम्स के खिलाफ कोर्ट तक जाएगी।

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