- पारा के शुक्ल विहार कॉलोनी में घटना से हड़कंप

- पुलिस ने लूट की घटना से इनकार करते हुए बताया हादसा

LUCKNOW: पारा के शुक्ला विहार कॉलोनी में दिनदहाड़े बेखौफ बदमाशों ने घर में घुसकर गीता दुबे (फ्भ्) की हत्या कर दी और लाखों का माल समेटकर फरार हो गए। स्कूल से लौटे बेटे ने मां को अचेत देख पड़ोसियों व पिता को इसकी इंफॉर्मेशन दी। पड़ोसियों ने महिला को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने इसे महज हादसा बताना शुरू कर दिया। फिलहाल महिला की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।

घर पर अकेली थीं

जौनपुर के मूल निवासी मनोज दुबे बीते सात वषरें से पारा के शुक्ला विहार कॉलोनी में पत्‍‌नी गीता, बेटी श्वेत और बेटे अमित के साथ रहते थे। मनोज की ऐशबाग के करेहटा चौराहे पर सर्जिकल पा‌र्ट्स की दुकान है। इसके साथ ही वह अस्पतालों में सर्जिकल उपकरण भी सप्लाई करते हैं। शनिवार को दोनों बच्चे स्कूल गए थे और मनोज भी करीब क्0 बजे घर से दुकान के लिए निकल गए। पड़ोसियों के मुताबिक, करीब क्क्.फ्0 बजे गीता घर के करीब स्थित जनरल स्टोर पर सामान लेने के लिए निकली थी। इसके बाद वह वापस घर चली गई। करीब क्ख् बजे दूध वाला आया। उसने गीता को कई बार आवाज लगाई। पर, भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। पड़ोसियों ने सोचा कि गीता किसी काम से बाहर गई होंगी, तो उन्होंने दूध लेकर रख लिया।

बेटा स्कूल से लौटा तो पता चला

करीब फ् बजे अमित स्कूल से घर वापस लौटा। भीतर पहुंचने पर उसने देखा कि गैलरी के पास बने बरामदे में गीता बेहोश पड़ी हुई थीं। यह देख उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर वहां पड़ोसी जुट आए। घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। साथ ही अलमारी भी खुली पड़ी थी। पड़ोसियों ने गीता को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहाँ डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। मनोज ने बताया कि घर से नगदी और जेवर भी गायब है। उन्होंने आशंका जताई कि लूटपाट का विरोध करने पर गीता की हत्या की गई है।