- 38 साल पहले गोविंदपुरा में बनवारी लाल सेठ के प्रतिष्ठान पर डकैतों ने बोला था धावा, व्यापारियों के उग्र होने के बाद एक बदमाश का हुआ था एनकाउंटर

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चौक क्षेत्र के सराफा प्रतिष्ठान में हुई डकैती की वारदात से एक बार फिर से व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारी 37 साल पहले 1978 में गोविंदपुरा स्थित बनवारी लाल सेठ के प्रतिष्ठान में डकैतों के धावा बोलकर तिजोरी खाली कर देने की वारदात के ताजा होने की बात कहने लगे हैं। क्षेत्र के कुछ बुजुर्गो ने बताया कि घंटा भर प्रतिष्ठान में डकैतों ने उस वक्त भी तांडव किया था। शनिवार की घटना के बाद मौके पर जुटे पुरनिए डकैती को जोड़ कर चर्चा करते रहे। गोविंदपुरा स्थित प्रतिष्ठान पर डकैती की वारदात में गाजीपुर निवासी डकैत देव का नाम प्रकाश में आया था। उसने अपने साथियों संग धावा बोलकर करोड़ों का माल समेट लिया था। घटना से नाराज होकर कारोबारी ने भी डकैत को नेस्तनाबूद करने की शपथ ली थी और पुलिस को अपने खर्चे पर सभी संसाधन उपलब्ध कराकर न केवल उसका पता लगवाया बल्कि मुठभेड़ में उसे ढेर कराया। इस वारदात के बाद सराफा मंडी में फिर डकैती नहीं हुई। शनिवार को लंबे अंतराल के बाद सराफा प्रतिष्ठान में हुई डकैती ने पुलिस प्रशासन के समक्ष चुनौती खड़ी कर दी है। उस दौरान तत्कालीन अधिकारियों ने सराफा मंडी में पुलिस चौकी खोलने की बात कही थी लेकिन बाद में यह निर्देश हवा-हवाई हो गया। इसका नतीजा रहा कि सराफा मंडी में बदमाश फलते फूलते रहे और लूट व उचक्कागिरी की घटनाएं होती रहती हैं।