- सहारा एस्टेट स्थित आवास का तोड़ा ताला

- ज्वेलरी सहित दो लाख का सामान ले गए समेट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर एके मल्ल के घर में चोरी हो गई। संडे नाइट चोरों ने खोराबार एरिया के सहारा एस्टेट स्थित आवास को निशाना बनाया। सुरक्षाकर्मियों से घिरे सहारा एस्टेट में चोरी होने से लोग परेशान हैं। पुलिस ने मजदूरों पर चोरी का शक जताया है। हालांकि जंगल की तरफ बाउंड्री पार करके सहारा एस्टेट में प्रवेश पाना आसान है।

मेडिकल कॉलेज में रहता है डॉक्टर दंपति

डॉक्टर एके मल्ल मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन डिपार्टमेंट में तैनात हैं। उनकी पत्‍‌नी डॉ। शिल्पी मल्ल पैथालॉजी विभाग में लेक्चरर हैं। डॉक्टर दंपति को मेडिकल कॉलेज कैंपस में सरकारी आवास मिला है, लेकिन उनका एक आवास सहारा एस्टेट स्थित यमन लेन में हैं। सहारा एस्टेट वाले मकान में उनके फैमिली मेंबर्स रहते हैं। अक्सर उनके पिता भी वहां निवास करते हैं।

ताला तोड़कर ले गए अंगूठी, चेन, नकदी

देवरिया जिले के लार में डॉक्टर फैमिली का पैतृक निवास है। संडे को डॉक्टर के फादर मकान में ताला बंद करके गांव चले गए। शाम को लौटे तो वह मेडिकल कॉलेज स्थित आवास पर रुक गए। मंडे मार्निग पास पड़ोस के लोगों ने चोरी की सूचना दी। बताया कि ताला तोड़कर चोर सामान समेट ले गए हैं। डॉक्टर के घर से चोर सोने की चेन, रिंग सहित करीब डेढ़ लाख के जेवर और 20 हजार कैश ले गए। डॉक्टर ने खोराबार पुलिस को मामले की सूचना दी।

गेट पर सिक्योरिटी, चारों तरफ बाउंड्री वाल

सहारा एस्टेट में चोरी की घटना से पुलिस भी परेशान है। पुलिस का कहना है कि ऐसी पॉश कालोनी में जब चोरी हो रही है तो बाकी जगहों का क्या हाल होगा। सहारा एस्टेट के मेन गेट पर भारी भरकम सिक्योरिटी मौजूद रहती है। कालोनी के भीतर भी सिक्योरिटी गार्ड गश्त करते रहते हैं। कालोनी में चारों तरफ से बाउंड्री वाल है। किसी से मिलने जाने पर लोगों को काफी देर तक भटकना पड़ता है। ऐसे में चोरों ने वीआईपी कालोनी में कैसे सेंध लगाई? डॉक्टर के आवास में सुबह ताला लगा था। इससे वाकिफ लोग ही वारदात कर सकते हैं। कुछ लोगों ने बताया कि कुसम्ही जंगल की तरफ से बाउंड्री पार करके भीतर आना आसान है। कालोनी में अक्सर छोटी मोटी वारदातें होती रहती हैं।

डॉक्टर के घर में हुई चोरी की जांच पड़ताल की जा रही है। कालोनी में कुछ काम चल रहा है, ऐसे में मजदूरों से भी पूछताछ की जाएगी।

जेपी सिंह, एसओ खोराबार