- सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

- हजारों की संख्या में कांवडि़यों और शिव भक्तों ने किया जलाभिषेक

BAREILLY: मंदिरों के कपाट खुलते ही नाथ नगरी के ज्यादातर शिवालय हर हर महादेव, जय भोले भंडारी और बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। मौका था सावन के पहले सोमवार पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक का। कपाट खुलने के साथ ही शिवालय घंटे घडि़यालों की आवाज से गूंज उठे। दर्शन और जलाभिषेक को आतुर कांवडि़यों ने शिव चालीसा का पाठ कर शिव महिमा का गुणगान किया। श्रद्धालुओं ने मन्नत मांगने के साथ ही लोगों के कल्याण की कामना की। इस बाबत सभी शिवालयों में सुबह और शाम को शिव श्रृंगार और महाआरती की गई। इसके साथ ही सभी शिवालयों में पुलिस और प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

लगाए गए भंडारे

शहर की विभिन्न मंदिर समितियों की ओर से शुभ मौके पर भंडारे का इंतजाम किया गया था। भंडारे में कांवडि़यों के लिए अलग से अरेंजमेंट किए गए थे। शिव भक्त जितेंद्र सिंह ने बताया कि इन्होंने लास्ट ईयर बेटी की शादी के लिए शिव से मुराद मांगी थी। जो इस वर्ष फरवरी में पूरी हो गई। जिस वजह से भंडारे का आयोजन धोपेश्वरनाथ में किया है। इसके अलावा शिव सैनिकों ने तपेश्वरनाथ मंदिर में महाआरती की।

सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम

पिछले दिनों शहर में हुए विवादों एवं दो दिन पूर्व जोगीनवादा में हुई मीटिंग के बाबत सोमवार को सभी शिव मंदिरों के बाहर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। वनखंडीनाथ, अलखनाथ के पास आएएफ तैनात की गई थी। वहीं दूसरी ओर धोपेश्वरनाथ, तपेश्वरनाथ, पशुपतिनाथ, मढ़ीनाथ और त्रिवटीनाथ शिवालयों पर पुलिस का सुरक्षा घेरा मौजूद था। जिसके बीच से गुजरकर कांवडि़यों का जत्था और दर्शनाभिलाषी शिवभक्तों ने शिव का जलाभिषेक किया। धोपेश्वरनाथ मंदिर में पिछले दिनों मंदिर परिसर में मौजूद कुंड में बच्चे के डूबने की वजह से पुलिस की ओर से खतरे का बोर्ड लगाकर किसी को भी कुंड के पास नहीं जाने दिया गया। ताकि शिव दर्शन के पवित्र मुहूर्त में कोई अशुभ घटना न हो। वहीं शहर समेत अन्य जिलों एवं तहसीलों से दर्शन के लिए पहुंचने वाले कांवडि़यों की मदद के लिए समितियों के वालंटियर्स मौजूद रहे।