RANCHI: खुद को बिल्डर बताकर और रांची में स्कूल, हॉस्पिटल खोलने की बात कहकर करोड़ों रुपए वसूली करनेवाले गिरोह के जिस सदस्य गौतम को दोषी बताया गया था। उसने खुद को निर्दोष बताया है। उसका कहना है कि उसका कोलकाता में रहनेवाले मो हातिम शाह तथा दिल्ली के के राय द्वारा हेस्टिंग में घोड़ा रेस में पैसा इंवेस्ट करने का व्यवसाय था। इसमें कुछ दिनों से मो हातिम शाह इंवेस्ट का पैसा लेकर फरार हो गया। इसके बाद इंवेस्टरों द्वारा उन पर दबाव बनाया जाने लगा। तब उसने सभी से एक एग्रीमेंट किया। गौतम के मुताबिक, जिन सदस्यों ने पैसे लगाए हैं, वे खुद कोलकाता गए हैं और हार्स ट्रेडिंग में कमाई देखकर अपनी मर्जी से पैसा लगाए थे। इसी बीच हातिम शाह ख्भ् जुलाई, ख्0क्म् को पैसा लेकर गायब हो गया।

पीआर बांड पर गौतम को छोड़ा

गौतम ने कहा कि इंवेस्ट किए गए पैसे को लौटाने की तारीख अप्रैल में है। इसके लिए उसने एग्रीमेंट भी दिया है। परंतु नोटबंदी के कारण धंधे में मंदी आ गई। नतीजन, रकम की वापसी नहीं हो सकी है। गौतम के मुताबिक, वह होली में पिस्कामोड़ स्थित अपने घर आया था। इसी क्रम में कुछ लोग जो इंवेस्टर्स हैं, घर पर आ गए और जबरन पैसे की मांग करने लगे। इस क्रम में इंवेस्टर्स ने उसे और उसके परिवार को पीटा भी। जब एग्रीमेंट का हवाला दिया जाने लगा तो वे लोग नहीं माने। आजसू नेता सुचिता सिंह की मध्यस्थता से मामला सलटा। पुलिस ने गौतम को रात में ही पीआर बांड पर छोड़ दिया।

दो साल में पैसा वापस करने का करार

गौतम ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि वह दो वर्ष के अंदर इंवेस्टर्स के पैसे वापस कर देगा। हॉर्स ट्रेडिंग में पैसे नीचे हटिया की सावित्री देवी ने नौ लाख, बेबी देवी ने पांच लाख, टुन्नू कुमार ने तीन लाख, प्रदीप यादव ने फ् लाख भ्0 हजार, अंजू देवी क्ख् लाख, शोभा देवी क्ख् लाख फ्ख् हजार, फरीद खान फ्0 लाख, अशरद अली सात लाख, आजाद खान क्ख् लाख, शकील खान एक लाख, ख्0 हजार, शिल्पी वर्मा ख्0 लाख, शादाब अहमद खान क्8 लाख तथा राम सुरेश कुमार ने फ् लाख भ्0 हजार रुपए लगाए थे। गौरतलब हो कि गिरोह के सदस्यों पर करोड़ों की ठगी का आरोप लगाया गया था।

ऐसे हुआ था खुलासा

जानकारी के मुताबिक, होली के बाद गौतम अपने घर आया था। जब महिलाओं को उसके आने की सूचना मिली तो वे लोग उसके पास गई। महिलाओं को आता देख गौतम ने कहा कि सारे पैसे मीना और मो हातिम लेता था। उसके पास कुछ नहीं है। ऐसे में जब महिलाओं ने विरोध किया तो गौतम ने मारपीट करनी शुरू कर दी। इसकी सूचना सुखदेवनगर थाना पुलिस को दी गई। जब पुलिस वहां पहुंची तो गौतम को हिरासत में लिया। थाने में जब महिलाएं पहुंची तो इस बात का खुलासा हुआ।